जमशेदपुर/Case of lathi Charge: झारखंड मानवाधिकार संगठन (जेएचआरसी) के प्रमुख मनोज मिश्रा ने कहा कि बिष्टुपुर में व्यापारियों पर लाठीचार्ज का मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक जाएगा। जिस तरह से व्यापारियों को पीटा गया, उससे प्रतीत हो रहा था, जैसे वे व्यापारी नहीं, कोई कुख्यात अपराधी हों।
मनोज मिश्रा ने कहा कि इससे पहले जेएचआरसी इसकी जांच करेगा और दोषी अधिकारियो एवं लाठी मारने वाले जवानो पर क़ानून सम्मत कार्यवाही के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से आग्रह करेगा। उन्होंने कहा कि शहर के व्यापारियों के साथ पूरा समाज खड़ा है । इसी विषय पर रविवार शाम पांच बजे जेएचआरसी की बैठक होगी।
मनोज मिश्रा ने डीसी से मांग करते हुए कहा कि यह बेहद ही गंभीर मामला है। डीसी को इसकी उच्चस्तरीय जांच करानी चाहिए और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। मनोज मिश्रा ने सवाल करते हुए कहा है कि जेएनएसी द्वारा शहर के अलग अलग क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाने का लगातार अभियान चलाया जा रहा है, परंतु इस तरह का अभियान साकची बाजार मे क्यों नहीं चलाया जाता है, जहां हर दिन जाम की स्थिति बनी रहती है।
साकची बाजार मे महिलाएं जाने से ना सिर्फ डरती है, बल्कि अपने को असुरक्षित भी महसूस करती है। वहां जेएनएसी लाठी क्यों नहीं भांजती है।
मनोज मिश्रा ने कहा कि साकची और बिष्टुपुर मे सड़क के ऊपर ही जेएनएसी ने पार्किंग कैसे बना लिया, क्या यह नियमानुकूल है। यहां जेएनएसी पार्किंग के वैसे वसूलती है, जबकि जनता रोड टैक्स देती है। जनता को वाहन के लिए सड़क और पैदल के लिए फुटपाथ कानूनन मिलना चाहिए। जेएनएसी वहां क्यों नहीं लाठी का प्रयोग करके जनता को उनका कानूनी अधिकार दिलाती है।
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