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RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- काम करें, अहंकार न पालें

by Rakesh Pandey
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नागपुर : RSS chief Mohan Bhagwat :  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को नागपुर में कहा कि हजारों सालों से हमने जो अन्याय किया है, उसको अब मिटाना होगा। कुछ स्वार्थी लोगों ने छुआछूत फैलाई, हमें उसको ठीक करना होगा। कार्यकर्ता विकास वर्ग के समापन समारोह को संबोधित करते हुए आरएसएस के सरसंघचालक ने कहा कि काम सब लोग करते हैं, लेकिन काम करते समय मर्यादा का भी पालन करना चाहिए। वहीं, उसके काम से किसी को चोट ना पहुंचे।

भागवत ने कहा कि मर्यादा ही अपनी धर्म और संस्कृति है। उस मर्यादा का पालन करके जो चलता है वो कर्म करता है, कर्मों में लिप्त नहीं होता। उसमें अहंकार नहीं आता कि मैंने किया है। वो ही सेवक कहलाने का अधिकारी रहता है।

RSS chief Mohan Bhagwat : आपने लिए दूसरों को धक्का लगना गलत

मोहन भागवत ने कहा कि कल ही सत्य प्रकाश महाराज जी ने कबीर जी का वचन बताया कि ‘निर्बंधा बंधा रहे, बंधा निर्बंधा होय, कर्म करे कर्ता नहीं, दास कहाय सोय’। जो सेवा करता है वो मर्यादा से चलता है। काम करते सब लोग हैं, लेकिन कुसलस्स उपसम्पदा का ध्यान रखते हुए काम करना चाहिए। वहीं, काम करते समय दूसरों को धक्का नहीं लगना चाहिए। इसके साथ ही इसी मर्यादा का ध्यान रखते हुए हम काम करते हैं। यही हमारी धर्म और संस्कृति है। इसका पालन करके जो चलता है, उसमें अहंकार नहीं आता है। वही सेवा करने का अधिकारी होता है।

उन्होंने ये भी कहा कि हम इन्हीं बातों में उलझे रहेंगें तो काम रुक जाएंगे। इसके साथ ही चुनाव प्रचार में दो पक्ष रहते हैं इस वजह से स्पर्धा रहती है लेकिन इसमें भी एक मर्यादा है कि असत्य का उपयोग नहीं करना है। चुने गए लोग संसद में जाकर अपने देश को चलाएंगे। सहमति से चलाएंगे। हमारे यहां यही परंपरा है।

 RSS chief Mohan Bhagwat : टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर असत्य बातें बताई गईं

संघ प्रमुख ने कहा कि संसद क्यों है और उसमें दो पक्ष क्यों हैं। ये इसलिए हैं, क्योंकि सिक्के के दो पहलू होते हैं। सहमति बने इसलिए संसद बनती है। वहीं, चुनाव में जिस तरह एक-दूसरे को लताड़ना हुआ, उससे लोग बटेंगे, इसका भी ख्याल नहीं रखा गया। इसके साथ ही बिना कारण संघ जैसे संगठन को घसीटा गया। टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर असत्य बातें परोसी गईं।

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