Home » महुआ मसाला-धुबनि, जानते हैं झारखंड का फेमस खाना? एक बार खाएंगे बन जाएंगे दीवाना

महुआ मसाला-धुबनि, जानते हैं झारखंड का फेमस खाना? एक बार खाएंगे बन जाएंगे दीवाना

व्यंजनों की सादगी इस तथ्य को नहीं छीनती कि वे हमेशा स्वाद और समृद्धि से भरपूर होते हैं। आज हम आपको बताएंगे झारखंड के कुछ ऐसे फेमस व्यंजनों के बारे में जिसे सुनकर आपके मुंह में पानी आ जाएगा।

by Priya Shandilya
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

रांची। झारखंड भारत का एक ऐसा राज्य है जिसे हर कोई जानता है। भारत का 40% मिनरल भी यही से आता हैं लेकिन क्या सिर्फ मिनरल, कोयला, सोना यही है झारखंड की पहचान? झारखंड की लगभग 75 प्रतिशत आबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है, इसलिए राज्य में खाया जाने वाला भोजन बहुत ही सादा होता है। हालांकि, व्यंजनों की सादगी इस तथ्य को नहीं छीनती कि वे हमेशा स्वाद और समृद्धि से भरपूर होते हैं। आज हम आपको बताएंगे झारखंड के कुछ ऐसे फेमस व्यंजनों के बारे में जिसे सुनकर आपके मुंह में पानी आ जाएगा। वैसे तो झारखंड में सबसे ज्यादा और आमतौर पर सभी जगह पर खाया जाने वाला खाना चावल, दाल, सब्जी, अचार और चोखा है, पर इसके अलावा भी कुछ ऐसी व्यंजन यहां पर बहुत मशहूर है जो अपने स्वाद के लिए जाने जाते हैं।

झारखंड के कुछ फेमस व्यंजन

धुस्का

इसका नाम अपने कई बार सुना होगा झारखंड में यह सबसे आम भोजन है। धुस्का को आमतौर पर नाश्ते के रूप में खाया जाता है और इसे चावल और दाल के घोल से बनाया जाता है, जिसे बाद में तला जाता है। इसे आम तौर पर पारंपरिक घुघनी के साथ परोसा जाता है, जो काले छोले और आलू की करी से बनी एक साधारण करी है।

पिट्ठा

पिट्ठा झारखंड का प्रसिद्ध व्यंजन है, जिसकी उत्पत्ति पश्चिम बंगाल से हुई है। इसे आमतौर पर आलू का चोखा, विभिन्न प्रकार की उबली हुई दाल, खोआ या गाढ़े दूध से भर का बनाया जाता है। यह मुख्य रूप से मकर संक्रांति के त्यौहार के दौरान तैयार किया जाने वाला एक विशेष व्यंजन है।

अरसा रोटी

यह त्योहारों के दौरान बनाया जाने वाला मीठा व्यंजन है। इसे बनाने में चावल का आटा और चीनी या गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है। यह मीठा व्यंजन अच्छी फसल का प्रतीक है।

लिट्टी चोखा

बटवारे से पहले झारखंड बिहार का ही हिस्सा था और इसलिए झारखंड में बिहारियों की संख्या ज्यादा है। लिट्टी चोखा न केवल बिहार में पसंदीदा भोजन है, बल्कि झारखंड में भी इसे बहुत पसंद किया जाता है। लिट्टी मूल रूप से कोयले पर भूने गए गेहूं और भुने चने के आटे से बने गोले होते हैं। इन्हें देसी घी में डुबोकर बैंगन भर्ता (चोखा), आलू भर्ता (आलू का चोखा) और चटनी के साथ परोसा जाता है। चूंकि झारखंड और बिहार मुख्य रूप से शाकाहारी राज्य हैं, इसलिए यह स्थानीय लोगों के बीच सबसे आम नाश्ता व्यंजन है।

आलू चोखा

चोखा भर्ता के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है। आलू चोखा या आलू भर्ता एक उत्तर भारतीय व्यंजन है जो झारखंड राज्य के लिए अद्वितीय है। इसे झारखंड के सबसे प्रिय और पसंदीदा पाक व्यंजनों में से एक माना जाता है। इसे आमतौर पर मसले हुए आलू, तले हुए प्याज और मसालों के साथ बनाया जाता है और साइड डिश के रूप में रोटी या चावल के साथ परोसा जाता है। यह तीखा व्यंजन “सबसे बेहतरीन सादगी” की अभिव्यक्ति का प्रतीक है।

महुआ मसाला

महुआ एक तरह का मीठा फल है, जिसे फरमेंट करके शराब में बदला जा सकता है। महुआ मसाला सूखे या भिगोए हुए महुआ फलों से बनाया जाने वाला एक भरावन है। इसका स्वाद बहुत ही स्वादिष्ट और मीठा होता है। छोटे-छोटे फल मुंह में किशमिश की तरह ही चटकते हैं। इस मसाले का इस्तेमाल कई तरह की भरावन में किया जा सकता है, जैसे कि छिलका रोटी और इसे कचौरी में भी भरा जा सकता है। इस मसाले का इस्तेमाल महुआ भुर्जी बनाने में भी किया जा सकता है। अगर आप महुआ के कुछ व्यंजन आजमाना चाहते हैं, तो यह मसाला इस फल के हर व्यंजन का आधार बनेगा।

धुबनी रोटी

धुबनी रोटी या चिड़ी पुआ दोनों ही नाम से ये जाना जाता हैं, ये झारखंड में बहुत लोकप्रिय है और इसे भी मुख्य भोजन के रूप में खाया जाता है। यह छिलका की तरह ही होती है, लेकिन इसे गेहूं के आटे से बनाया जाता है। गेहूं के आटे को रोटी के आटे में गूंथने के बजाय, बहुत सारी चीनी, एक चुटकी नमक और पानी के साथ घोल बनाया जाता है। इस रोटी को अचार या चटनी के साथ नाश्ते के रूप में खाया जाता है और यह वाकई बहुत स्वादिष्ट होता है।

पधारिए झारखंड की कर्मभूमि पर इन स्वाद को चखने के लिए।

Related Articles