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दुर्गा पूजा को बनाएं खास : बंगाली मिठाइयों के संग

इस त्योहार में केवल पूजा और धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं होते, बल्कि खानपान की भी खासियत होती है। बंगाली मिठाइयों के बिना दुर्गा पूजा की बात ही अधूरी लगती है। बता दें कि बंगाली मिठाइयां अपनी खास मिठास और स्वाद के लिए जानी जाती हैं। इन मिठाइयों में न सिर्फ स्वाद बल्कि बंगाल की संस्कृति और परंपरा का भी अंश होता है।

by Rakesh Pandey
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कोलकाता : दुर्गा पूजा भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जो शक्ति की देवी दुर्गा की पूजा के लिए मनाया जाता है। यह विशेष उत्सव मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल में धूमधाम से मनाया जाता है। आज सप्तमी तिथि है। सुबह से ही सभी पूजा पंडालों में मां की पूजा हो रही है। मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा से लेकर सजावट और पंडालों तक, हर जगह एक अलग उत्साह और उमंग देखने को मिल रहा है। लोग तरह-तरह से इस त्योहार को मना रहे हैं। इस त्योहार में केवल पूजा और धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं होते, बल्कि खानपान की भी खासियत होती है। बंगाली मिठाइयों के बिना दुर्गा पूजा की बात ही अधूरी लगती है। बता दें कि बंगाली मिठाइयां अपनी खास मिठास और स्वाद के लिए जानी जाती हैं। इन मिठाइयों में न सिर्फ स्वाद बल्कि बंगाल की संस्कृति और परंपरा का भी अंश होता है। बंगाली मिठाइयां जैसे रसगुल्ला, मोया, छेना पेड़ा, खीरकदम, मिष्टी दोई और संदेश दुर्गा पूजा की मिठास को दोगुना कर देती हैं। ये स्वादिष्ट मिठाइयां न केवल त्योहार को खास बनाती हैं, बल्कि यह यादों में भी बस जाती हैं।

स्वादिष्ट बंगाली मिठाइयों का महत्व

दुर्गा पूजा में न केवल पूजा-अर्चना होती है, बल्कि खानपान भी उत्सव का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। बंगाली मिठाइयों के बिना इस त्योहार की बात अधूरी लगती है। इन मिठाइयों में न केवल स्वाद होता है, बल्कि बंगाल की संस्कृति और परंपरा का भी अनूठा अनुभव मिलता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसी खास बंगाली मिठाइयों के बारे में, जो आपकी दुर्गा पूजा को और भी विशेष बना सकती हैं।

जयनगर की मोया

जयनगर मोया एक पारंपरिक मिठाई है, जिसे मुख्यतः जयनगर में बनाया जाता है। यह खजूर, गुड़ और पफ्ड राइस से बनाई जाती है। इसका स्वाद और बनावट सर्दियों में खासतौर पर लुभावना होता है। दुर्गा पूजा के दौरान इसे उपहार के रूप में भी बांटा जाता है, जो इसे और खास बनाता है।

छेना पेड़ा

छेना पेड़ा ओडिशा की प्रसिद्ध मिठाई है, लेकिन अब बंगाल में भी इसे खूब पसंद किया जाता है। इसे पनीर, चीनी और सूजी से बनाया जाता है। इसका ऊपरी हिस्सा कुरकुरा और अंदरूनी भाग का नर्म होना इसे विशेष बनाता है। दुर्गा पूजा में इसे बनाना और खाना बेहद सरल और आनंददायक होता है।

सोन पापड़ी

सोनपापड़ी, जिसे शोणपापड़ी भी कहते हैं, हल्की और कुरकुरी मिठाई है। इसे बेसन, चीनी और घी से बनाया जाता है। इसका हल्का मीठा स्वाद और इलायची की खुशबू इसे खास बनाता है, और यह न केवल दुर्गा पूजा, बल्कि अन्य त्योहारों में भी काफी लोकप्रिय है।

खीर कदम

खीर कदम, जिसे कदंब मिठाई भी कहा जाता है, दो परतों में बनी होती है। इसका अंदरूनी हिस्सा रसगुल्ले जैसा नरम और बाहरी हिस्सा सूखे खोये से ढका होता है। दुर्गा पूजा के अवसर पर इसे प्रसाद के रूप में अर्पित किया जाता है, जो इस मिठाई को और भी महत्वपूर्ण बना देता है।

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