रांची: झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए आयुष्मान भारत योजना को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। भाजपा मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान अजय साह ने कहा कि झारखंड सरकार आयुष्मान भारत योजना को पूरी तरह से बंद करने की योजना बना रही है, जोकि पूरे देश में गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुरक्षा कवच है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी उस आदेश का जिक्र किया, जिसमें आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत अस्पतालों को सूचीबद्ध करने के नए नियम लागू किए गए हैं। इन नियमों के तहत, अब केवल उन अस्पतालों को योजना में शामिल किया जाएगा जिनके पास शहरी क्षेत्रों में 50 और ग्रामीण क्षेत्रों में 30 बेड की क्षमता होगी। अजय साह ने आशंका जताई कि इस आदेश के बाद झारखंड में मुश्किल से 15 अस्पताल ही इस योजना का लाभ मरीजों को दे सकेंगे। जिससे राज्य के अधिकांश छोटे अस्पतालों को इससे बाहर कर दिया जाएगा।
सरकार ने जानबूझकर बनाया ऐसा नियम
उन्होंने इस निर्णय को झारखंड सरकार की वित्तीय कुप्रबंधन का परिणाम बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने जानबूझकर ऐसे नियम बनाए हैं, जिससे राज्य के अधिकांश अस्पताल आयुष्मान भारत योजना से बाहर हो जाएं और सरकार को फंड में कटौती करने का मौका मिल सके। अजय साह ने राज्य सरकार के मंत्री इरफान अंसारी के उस बयान पर भी सवाल उठाया, जिसमें उन्होंने छोटे अस्पतालों में भ्रष्टाचार को रोकने के नाम पर उन्हें योजना से बाहर करने की बात की थी।
कॉर्पोरेट अस्पतालों को होगा फायदा
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि यह कदम बड़े कॉर्पोरेट अस्पतालों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से उठाया गया है। उन्होंने मांग की कि सरकार उन अस्पतालों के नाम और उनके खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी सार्वजनिक करे, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह निर्णय सही था या नहीं। अजय साह ने इस फैसले को जनविरोधी और झारखंड के लाखों जरूरतमंद मरीजों के हितों के खिलाफ करार दिया। राज्य सरकार से इस पर पुनर्विचार करने की अपील की। प्रेस वार्ता में मीडिया सह प्रभारी अशोक बड़ाईक भी मौजूद थे।