स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए आईपीएल 2025 से गेंद पर लार लगाने की अनुमति देने का निर्णय लिया है। मुंबई में आईपीएल कप्तानों की मीटिंग के दौरान यह फैसला लिया गया, जिसमें अधिकांश कप्तान इस बैन को हटाने के पक्ष में थे। इस निर्णय के बाद, आईपीएल 2025 से गेंदबाज लार का इस्तेमाल कर सकेंगे।
कोविड-19 महामारी के दौरान, जब क्रिकेट मैचों में खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं थीं, तब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था। 2022 में ICC ने इसे स्थायी रूप से लागू कर दिया था। इसके बाद, 2024 तक इस प्रतिबंध का पालन आईपीएल में भी किया गया। हालांकि, अब बीसीसीआई ने आईपीएल के दायरे में इस प्रतिबंध को हटा दिया है, क्योंकि आईपीएल ICC के नियंत्रण से बाहर है।
लार से गेंद चमकाने से मिलती है स्विंग में मदद
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल अब संभव होगा, जिससे गेंदबाजों को स्विंग हासिल करने में मदद मिलेगी। स्विंग गेंदबाजी भारतीय क्रिकेट का एक अहम हिस्सा रही है, और लार का उपयोग इसके लिए जरूरी माना जाता है।
इस फैसले के समर्थन में कई कप्तानों ने अपनी राय दी, और बीसीसीआई ने इनसे सलाह लेने के बाद यह कदम उठाया। तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने भी इस प्रतिबंध को हटाने की अपील की थी, खासकर जब वह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल से पहले इस मुद्दे पर बात कर रहे थे। शमी का कहना था कि लार का इस्तेमाल गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग प्राप्त करने में मदद करता है, जो कि उनकी गेंदबाजी की ताकत बढ़ाता है।
ICC ने नहीं हटाया है अभी बैन
हालांकि, ICC ने अभी तक इस बैन को नहीं हटाया है। उनके नियमों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लार का उपयोग अब बॉल टेम्परिंग की श्रेणी में आता है। इसका मतलब यह है कि ICC के अंतर्गत होने वाले मैचों में अब गेंद चमकाने के लिए लार का उपयोग करना पूरी तरह से प्रतिबंधित है।