नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (दक्षिण-पश्चिमी रेंज) ने हरियाणा के जिंद जिले के नरवाना में हुई सनसनीखेज उगाही और लूट की वारदात में शामिल भगोड़े आरोपी नसीब (32), निवासी सुल्तानपुरी, दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से एक बरेटा पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस और अपराध में इस्तेमाल स्कूटी बरामद की गई। यह कार्रवाई इंस्पेक्टर संदीप डबास की टीम ने एसीपी राहुल कुमार सिंह की निगरानी में की।
डीसीपी अमित कौशिक ने बताया कि 13 जून को रात 8:50 बजे, नरवाना के चौपड़ा पट्टी में एक किराना दुकान पर चार हमलावर स्कूटी और मोटरसाइकिल पर सवार होकर पहुंचे। उन्होंने दुकानदार से 50 लाख रुपये की उगाही मांगी और इनकार करने पर उसके पेट में गोली मार दी। इसके बाद 2.5 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए, धमकी देते हुए कि अगले दिन फिर आएंगे।
पीड़ित का इलाज चल रहा है। मामले में नरवाना सिटी थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। 21 जून को स्पेशल सेल को सूचना मिली कि आरोपी नसीब दिल्ली के खांडा चौक, चंद्र विहार, विकासपुरी के पास आएगा। टीम ने जाल बिछाकर उसे धर दबोचा। भागने की कोशिश नाकाम रही, और तलाशी में हथियार व स्कूटी बरामद हुई। आरोपी आसान कमाई के चक्कर में वह दिल्ली और हरियाणा के अपराधियों के संपर्क में आया। उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। पुलिस ने एक बरेटा पिस्टल, तीन कारतूस और दिल्ली रजिस्ट्रेशन वाली स्कूटी बरामद की। जांच जारी है।
बाइक सवारों ने कार चालक को पीटा, नारकोटिक्स विभाग का रौब झाड़ने की कोशिश पुलिस ने दोनों आरोपियों को किया गिरफ्तार,
नई दिल्ली : सीमापुरी इलाके में रोडरेज का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां दो बाइक सवार युवकों ने कार चालक की जमकर पिटाई कर दी। इतना ही नहीं, आरोपियों ने खुद को नारकोटिक्स विभाग का अधिकारी बताकर रौब जमाने की कोशिश की। उनकी यह चाल तब नाकाम हो गई, जब पास से गुजर रहे एक पुलिसकर्मी ने मौके पर पहुंचकर उनकी पोल खोल दी।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और घायल कार चालक को अस्पताल में भर्ती कराया।पुलिस अधिकारी के अनुसार, यह घटना 16 जून की है, जब भागीरथी विहार निवासी अंकुश गुप्ता, जो मोमोज बनाने का काम करते हैं, अपनी कार से साहिबाबाद से घर लौट रहे थे। दिलशाद गार्डन फ्लाईओवर पर दो बाइक सवार युवकों ने उनकी कार के सामने अपनी बाइक अड़ा दी। जब अंकुश ने कार से उतरकर इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने खुद को नारकोटिक्स विभाग का कर्मचारी बताते हुए उनसे अभद्रता शुरू कर दी।
आरोपियों का कहना था कि अंकुश ने उन्हें हॉर्न बजाकर आगे बढ़ने का इशारा किया, जिसके बाद उन्होंने अंकुश पर हमला बोल दिया।आरोपियों ने अंकुश को जमीन पर गिराकर लात-घूंसे बरसाए और जेल में बंद करने की धमकी दी। इसी बीच, वहां से गुजर रहे एक पुलिसकर्मी ने विवाद देखा और मौके पर पहुंच गया। पूछताछ में आरोपियों की पहचान अमन (ब्रह्मपुरी निवासी) और शिवम के रूप में हुई। पुलिस ने तुरंत दोनों को हिरासत में ले लिया और घायल अंकुश को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की और दोनों आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी नारकोटिक्स विभाग से कोई संबंध नहीं रखते और उन्होंने केवल रौब झाड़ने के लिए झूठ बोला था। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या आरोपियों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड है।