Jamtara (Jharkhand) : झारखंड के साइबर अपराध के गढ़ माने जाने वाले जामताड़ा जिले में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। बुधवार को जामताड़ा साइबर थाना की पुलिस ने शहर के गायछंद मोहल्ला स्थित एक घर पर छापेमारी कर दो साइबर अपराधियों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। ये दोनों ठग ठगी के माध्यम से कमाए गए पैसे को आपस में बांटने के लिए एकत्र हुए थे।
लाखों की नकदी व लग्जरी कार समेत कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त
पुलिस ने आरोपियों के पास से ₹25 लाख 20 हजार रुपये नकद, हुंडई कंपनी की लगभग 22 लाख रुपये की कार, एक लैपटॉप, 10 मोबाइल फोन, 20 सिम कार्ड, 5 एटीएम कार्ड, और एक चेकबुक बरामद की है। बरामद की गई रकम अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी मानी जा रही है।
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान
गिरफ्तार आरोपियों में करमाटांड़ थाना क्षेत्र का ताराबहाल गांव निवासी प्रदीप कुमार मंडल और कासीटांड़ गांव निवासी रघुवीर मंडल शामिल है। रघुवीर मंडल के पिता फिलहाल गायछंद मोहल्ला में रह रहे हैं और वहीं से साइबर ठगी का नेटवर्क संचालित हो रहा था।
छापेमारी टीम की अगुवाई थाना प्रभारी ने की
इस मामले की जानकारी एसपी राजकुमार मेहता ने बुधवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर थाना प्रभारी मनोज कुमार महतो के नेतृत्व में टीम ने घर पर छापा मारा और दोनों आरोपियों को मौके पर दबोच लिया।
देशभर के साइबर गिरोह से जुड़े हैं तार
एसपी के अनुसार, दोनों शातिरों के तार देशभर के कई राज्यों—पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और ओडिशा—के साइबर अपराधियों से जुड़े हुए हैं। ये ठग फर्जी खातों के जरिए रकम मंगवाते थे और कई पे-आईडी के माध्यम से लेन-देन करते थे।
ठगी के लिए भेजते थे APK फाइलें
गिरफ्तार ठग बैंक खाता धारकों को APK फाइलें भेजते थे, जिसमें फर्जी KYC अपडेट की सूचना होती थी। जैसे ही कोई व्यक्ति इसे डाउनलोड करता, ठग उसका खाता हैक कर लेते और रकम निकाल लेते थे। यह तरीका मोबाइल डिटेल्स की जांच में सामने आया है।
प्रदीप मंडल पर पहले भी हैं मामले दर्ज
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, प्रदीप मंडल के खिलाफ पूर्व में भी दो साइबर ठगी के केस दर्ज हैं। यह दर्शाता है कि वह पहले से ही सक्रिय साइबर अपराधी है और लगातार इस गैरकानूनी गतिविधि में लिप्त रहा है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ आईटी एक्ट और साइबर क्राइम संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। साथ ही, उनके नेटवर्क और बैंक खातों की गहन जांच की जा रही है।