प्रयागराज : जिले के करछना क्षेत्र के भडेवरा गांव में उस समय भारी बवाल मच गया जब भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने सांसद चंद्रशेखर आजाद को नजरबंद किए जाने का विरोध किया। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने डायल 112 की पुलिस गाड़ी को नुकसान पहुंचाया और पलट दिया। स्थिति को नियंत्रित करने पहुंची पुलिस टीम को विरोध का सामना करना पड़ा और उसे वहां से पीछे हटना पड़ा।
सर्किट हाउस में किए गए थे नजरबंद
सांसद चंद्रशेखर आजाद को सर्किट हाउस में नजरबंद किया गया था। उनके समर्थकों का आरोप है कि वह कौशांबी के लोहंदा गांव में एक पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। मंडल प्रभारी अनिल कुमार गौतम ने बताया कि प्रशासन ने उनकी यात्रा की अनुमति नहीं दी। डीसीपी नगर अभिषेक भारती ने बताया कि कानून व्यवस्था को देखते हुए यह कदम उठाया गया।
सरकारी व निजी वाहनों को पहुंचाया नुकसान
इस फैसले से नाराज भीम आर्मी के कार्यकर्ता उग्र हो गए और उन्होंने कई सरकारी व निजी वाहनों को नुकसान पहुंचाया। नैनी थाने की पुलिस जीप को भी तोड़ डाला गया। पूरे क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। जनपद के कई थानों की फोर्स मौके पर तैनात कर दी गई है।
नैनी में हालात और बिगड़ गए जब भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर खड़े निजी वाहनों और परिवहन निगम की बसों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। कुछ वाहन जलाए गए और कई को गड्ढों में धकेल दिया गया। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। सभी दुकानें बंद कर दी गई हैं और उपद्रवी भूमिगत हो गए हैं।\
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पहुंची कई थानों की पुलिस फोर्स
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जले हुए वाहनों को हटाया और यातायात बहाल किया। लगभग तीन हजार की संख्या में जमा भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने एक घंटे से अधिक समय तक पथराव किया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कई थानों की पुलिस फोर्स, पीएसी और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव और अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजय पाल शर्मा की निगरानी में हालात पर काबू पाया गया।
पुलिस ने कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया है और स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है।