देवघर: Shravani Mela 2025: श्रावणी मेले में इस बार श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। भागलपुर, बांका और झारखंड प्रशासन ने मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित ई-पीपल काउंटिंग कैमरे लगाए हैं, जो भीड़ नियंत्रण में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
AI तकनीक पर आधारित ये कैमरे खासतौर पर सुल्तानगंज के कृष्णगढ़ मोड़, धांधि बेलारी और बांका के कटोरिया में लगाए गए हैं। इन कैमरों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये हर कांवड़िया का चेहरा पहचान कर उसकी गिनती करते हैं और उस व्यक्ति का 24 घंटे तक बैकअप सुरक्षित रखते हैं। इससे दोबारा गिनती की संभावना खत्म हो जाती है, जो पिछली बार की तकनीक में एक बड़ी समस्या थी।
हर घंटे मिल रहा अपडेट, प्रशासन तक पहुंच रही रिपोर्ट
इन AI कैमरों की निगरानी संचालक साहिल द्वारा की जा रही है, जो हर घंटे का अपडेट भागलपुर जिला प्रशासन, बांका प्रशासन और झारखंड प्रशासन को भेजते हैं। यह रीयल टाइम डेटा प्रशासन को भीड़ के आंकड़े जानने में मदद करता है, जिससे आगे की तैयारियों में सुविधा होती है और भगदड़ जैसी किसी स्थिति से बचा जा सकता है।
अब तक 9.5 लाख से ज्यादा कांवड़िए पहुंचे बाबा धाम
11 जुलाई से 16 जुलाई 2025 तक कुल 9.5 लाख से अधिक कांवड़िए बैद्यनाथ धाम पहुंच चुके हैं। इनमें हजारों श्रद्धालु वाहन से भी पहुंचे हैं। प्रतिदिन पहुंचने वाले कांवड़ियों की संख्या निम्नलिखित है:
• 11 जुलाई: लगभग 1 लाख 20 हजार
• 12 जुलाई: 1 लाख 44 हजार
• 13 जुलाई: 1 लाख 85 हजार से अधिक
• 14 जुलाई: 1 लाख 67 हजार से अधिक
• 15 जुलाई: 1 लाख 61 हजार
• 16 जुलाई: 1 लाख 62 हजार
इस सटीक आंकड़े के माध्यम से मेले की निगरानी और व्यवस्था में बड़ी सहूलियत हो रही है। इस साल की AI प्रणाली ने पिछले साल की तुलना में अधिक भरोसेमंद और सटीक परिणाम दिए हैं। पिछले वर्ष लगाए गए हार्ट-बीट बेस्ड कैमरों में एक ही व्यक्ति की कई बार गिनती हो जाती थी, लेकिन इस बार फेस डिटेक्शन तकनीक से यह समस्या दूर हो गई है।
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