नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए अंतरराज्यीय अवैध हथियार तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन में कुख्यात गैंगस्टर कपिल उर्फ घोड़ा को धर दबोचा गया है, जो दिल्ली-एनसीआर में अवैध हथियारों की आपूर्ति में सक्रिय भूमिका निभा रहा था।
क्राइम ब्रांच ने आरोपी के कब्जे से दो अत्याधुनिक बेरेटा सेमी-ऑटोमेटिक पिस्टल, एक देसी पिस्टल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। आरोपी, हाशिम बाबा गैंग का सक्रिय सदस्य है और रोहिणी जेल में बंद गैंगस्टर योगेश भाटी के इशारों पर काम कर रहा था।
कैसे हुआ ऑपरेशन: एटा से दिल्ली तक बिछा शिकंजा
डीसीपी आदित्य गौतम ने बताया कि क्राइम ब्रांच की साइबर सेल को कॉन्स्टेबल आशीष के माध्यम से उत्तर प्रदेश के एटा जिले से जुड़े एक अवैध हथियार गैंग की सूचना मिली थी। इस सूचना पर इंस्पेक्टर संदीप सिंह की अगुवाई में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें सब-इंस्पेक्टर अर्जुन, हेड कॉन्स्टेबल आनंद, हेड कॉन्स्टेबल मोहित और कॉन्स्टेबल आशीष शामिल थे। ऑपरेशन की निगरानी एसीपी अनिल शर्मा ने की।
टीम ने दिल्ली के गोपालपुर, आउटर रिंग रोड के पास जाल बिछाया और मौके पर ही कपिल उर्फ घोड़ा को गिरफ्तार कर लिया।
जेल से चल रहा था हथियार सप्लाई का रैकेट
पूछताछ में कपिल ने खुलासा किया कि वह हथियारों की यह खेप रोहिणी जेल में बंद गैंगस्टर योगेश भाटी के निर्देश पर लेकर आया था। हथियार आश्रम चौक के पास रहने वाले एक संपर्क गोलू से लिए गए थे, जो एटा, उत्तर प्रदेश का निवासी है। गोलू एक बड़े हथियार तस्करी नेटवर्क का हिस्सा है, जिसे जेल से ऑपरेट किया जा रहा है।
कपिल का आपराधिक इतिहास और गैंग से जुड़ाव
गिरफ्तार कपिल उर्फ घोड़ा का लंबा आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। वह पहले चार डकैती मामलों में शामिल रह चुका है। वर्ष 2023 से वह दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में अवैध हथियारों की खरीद और सप्लाई में हाशिम बाबा गैंग की सक्रिय मदद कर रहा था।
इस पूरे मामले में क्राइम ब्रांच थाने में आर्म्स एक्ट की धारा 25/54/59 के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। डीसीपी के अनुसार, इस मामले की आगे की जांच जारी है और पुलिस अन्य संदिग्धों एवं नेटवर्क से जुड़े लोगों की तलाश में लगी हुई है।
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