New Delhi: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने करोल बाग में नकली ऑटोमोबाइल पार्ट्स के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई क्राइम ब्रांच की इंटरस्टेट सेल (ISC) यूनिट द्वारा की गई, जिन्होंने चार स्थानों पर एक साथ छापेमारी कर नकली सामान का जखीरा बरामद किया।
50 लाख के नकली ऑटो पार्ट्स और 19 लाख रुपये नकद जब्त
पुलिस ने छापेमारी के दौरान करीब ₹50 लाख मूल्य के नकली ऑटो पार्ट्स, 200 बोतल नकली ब्रांडेड इंजन ऑयल, जाली पैकेजिंग सामग्री, होलोग्राम, प्रिंटिंग मशीनें, और ₹19 लाख की नकदी बरामद की है। यह गिरोह सस्ते नकली पार्ट्स को असली ब्रांड की पैकेजिंग में बेचकर ग्राहकों को धोखा दे रहा था।
चार ठिकानों पर छापा, कई ब्रांड्स की जाली सामग्री मिली
क्राइम ब्रांच को विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली थी कि करोल बाग में अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के नकली ऑटो पार्ट्स का भंडारण और वितरण हो रहा है। इसी आधार पर पुलिस ने शिवाजी स्ट्रीट, गुरु नानक मार्केट, सुभाष मोहल्ला और पूसा लेन में एक साथ छापेमारी की।
इन नकली उपकरणों से हो सकता था बड़ा हादसा
पुलिस ने जिन नकली सामग्रियों को जब्त किया है, उनमें ब्रेक शूज, ब्रेक पैड्स, स्पार्क प्लग, क्लच प्लेट्स और ऑयल फिल्टर्स शामिल हैं। ये सभी उपकरण वाहनों की सुरक्षा और कार्यक्षमता से सीधे जुड़े होते हैं। डीसीपी के अनुसार, नकली ब्रेक पैड्स जैसे सुरक्षा उपकरणों की वजह से लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी। साथ ही, यह गिरोह ब्रांड्स को भारी वित्तीय नुकसान भी पहुंचा रहा था।
गिरफ़्तार हुए रैकेट के सदस्य
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान धीरज सिंह (मुख्य सरगना), अमित सिंह, दीपांकर नागपाल, हर्ष कुमार, रिंकू, रविंदर, राघवेंद्र सिंह, सचिन सिंह, विनोद अहूजा, आशीष मल्होत्रा और आलोक प्रुथी के रूप में हुई है। इन सभी पर जाली माल तैयार करने, ब्रांडिंग की नकल करने और धोखाधड़ी से बिक्री करने के आरोप हैं।