पटना : मिशन 2024 के लिए विपक्षी एकता की कवायद शुरू हो गयी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल के बाद 15 पार्टियों का शीर्ष नेतृत्व एकसाथ आने के लिए तैयार हो गया है। शुकवार को बिहार के पटना में विपक्षी नेताओं की बड़ी बैठक शुरू हो गयी है। इस पर देशभर की निगाहें लगी हैं।
बिहार एक बार फिर देश की राजनीति का केंद्र बड़ा केंद्र बन गया है। माना जा रहा है कि यह मोर्चा आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी को रोकने के लिए एक साझा मंच तैयार करने की कोशिश में है। आपसी तकरार छोड़कर 10 राज्यों के प्रमुख राजनीतिक दलों के नेता एक साथ बैठेंगे।
इसमें बिहार, बंगाल, झारखंड, दिल्ली, पंजाब व तमिलनाडु के मुख्यमंत्री शामिल हो रहे हैं। इसमें तीन राष्ट्रीय पार्टियों का शीर्ष नेतृत्व भी शामिल हो रहा है। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे भी बैठक में हिस्सा लेने पहुंच गये हैं।
15 बिन्दुओं में समझिये बैठक का गुना-गणित
1. 15 दलों के अध्यक्ष और शीर्ष नेता बैठक में शामिल हो रहे हैं: इसमें 10 राज्यों के प्रमुख दलों के अध्यक्ष शिरकत करेंगे। बैठक में रणनीति बनायी जायेगी कि आखिर आगामी लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को तीसरी बार पीएम बनने से कैसे रोका जाये।
2. बैठक के तीन राष्ट्रीय पार्टियों का शीर्ष नेतृत्व भी शामिल हो रहा है। जिनमें कांग्रेस, आप और माकपा शामिल हैं। माना जा रहा है कि विपक्ष के बीच सबसे बड़ी लड़ाई कांग्रेस और आप को एक साथ खड़ा करने की है। कांग्रेस पार्टी के भीतर एक बड़ा वर्ग आम आदमी पार्टी को बीजेपी की तरह ही अपना सबसे बड़ा राजनीतिक शत्रु मानता है।
3.बैठक में देश के छह प्रमुख राज्य बिहार, बंगाल, झारखंड, दिल्ली, पंजाब व तमिलनाडु के मुख्यमंत्री शामिल होने वाले हैं। इसके लिए गुरुवार से ही नेताओं के पटना पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। एक दिन पहले पहुंचे मेहमानों ने अलग-अलग नेताओं के साथ बैठकें भी कीं। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा ममता और लालू यादव के बीच हुई मुलाकात को लेकर रही।
4. देश की राजनीति में सबसे अहम माने जाने वाली यह बैठक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास के ‘नेक संवाद’ में हो रही है। लंबे समय तक केंद्र की सरकार के गठन में किंग मेकर की भूमिका में रहे राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद भी इस बैठक में शिरकत कर रहे हैं। राजद बिहार विधानसभा की सबसे बड़ी पार्टी है। बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश के साथ इस एकता की पहल की है।
5. विपक्षी दलों के बीच आम राय है कि अगर अलग-अलग राज्यों में विभिन्न पार्टियों के बीच होने वाले वोटों के बिखराव को रोक दिया जाये तो बीजेपी को चुनाव जीतने से रोका जा सकता है। बिहार सहित जगहों पर यह फार्मूला काम आया है। यूपी में यह कवायद बेकार साबित हुई है।
बैठक में शामिल होने वाले दलों की राजनैतिक स्थिति
कांग्रेस सीट :लोस (52), रास (31)बैठक में शामिल : राहुल गांधी/मल्लिकार्जुन खरगे
राजद सीट : लोस (0), रास (06) : बैठक में शामिल : लालू प्रसाद/तेजस्वी यादव
जदयू सीट: लोस (16), रास (05) : बैठक में शामिल : नीतीश कुमार
आप सीट : लोस (01), रास (10) : बैठक में शामिल : अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान
झामुमो सीट : लोस (01), रास (02) : बैठक में शामिल : हेमंत सोरेन
टीएमसी सीट :लोस (22), रास (12) : बैठक में शामिल : ममता बनर्जी
सपा सीट : लोस (03), रास (03) : बैठक में शामिल : अखिलेश यादव
वामपंथी पार्टियां भाकपा माले, माकपा, भाकपा सीट :लोस (05), रास (07) : बैठक में शामिल : दीपंकर,सीताराम येचुरी, डी राजा
जेकेएनसी सीट : लोस(03) : बैठक में शामिल : अमर अब्दुल्लाह
डीएमके सीट : लोस(24),रास (10) : बैठक में शामिल :स्टालिन
एनसीपी सीट : लोस(05),रास (04) : बैठक में शामिल : शरद पवार
शिवसेना सीट :लोस(18),रास (03) : बैठक में शामिल : उद्धव ठाकरे
पीडीपी सीट: लोस(00),रास (00): बैठक में शामिल : महबूबा मुफ्ती