स्पेशल डेस्क, नई दिल्ली : अगर बिस्तर पर आप अपने साथी को संतुष्ट नहीं कर पा रहे हैं तो निराश न हों। हमारी दवाएं आपकी सारी समस्याएं दूर कर देंगी। कुछ ऐसे ही स्लोगन और दावे के साथ दवाओं के बाजार में आपका स्वागत किया जा रहा है।
अलग-अलम तरीकों से यौन क्षमता बढ़ाने वाली दवाएं और उत्पाद बेचे जा रहे हैं। इसका भरपूर प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। कई सामान्य मीडिया प्लेटफार्म से लेकर सोशल मीडिया तक पर इन दवाओं की बिक्री के लिए विज्ञापन दिये जा रहे हैं।
इसमें शरीर के प्राइवेट पार्ट विकसित करने से लेकर सेक्स टाइमिंग बढ़ाने तक के दावे किये जा रहे हैं। चिकित्सकों की माने तो किये जाने वाले दावों में से अधिकांश फर्जी होते हैं। संबंधित मामले में झारखंड के जमशेदपुर के रहने वाले अधिवक्ता दिनेश साहु ने सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार को लिखित शिकायत की है।
मांग की गयी है कि पूरे मामले की जांच करायी जाये। कहा गया है कि कुछ ऐसे ही विज्ञापनों में बाबा रामदेव और बालकृष्ण की तस्वीरों का प्रयोग किया जा रहा है।
कैसे हो रहा ये धंधा
बिना किसी प्रमाणिकता के अलग-अलग प्लेटफार्म पर प्रचार के जरिये इन दवाओं को उपभोक्ताओं के बीच पहुंचाने का उपक्रम किया जा रहा है। इस पूरे धंधे का घिनौना पक्ष यह है कि अपना उत्पाद बेचने के लिए कुछ कंपनियों बड़े शख्सियतों की तस्वीरों का इस्तेमाल कर रही हैं।
आप यह जानकर हैरान हो जायेंगे कि यह कंपनियां अपने इस खेल में लोगों की श्रद्धा और भावनाओं तक से खिलवाड़ करने से परहेज नहीं कर रही हैं। देश दुनिया में योग को पहुंचाने वाले बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के साथ कुछ ऐसा ही हो रहा है। इन दोनों सन्यासियों की तस्वीरें लगातार सेक्स क्षमता बढ़ाने का दावा करने वाली गोली बेची जा रही है।
कहां और किस साइट पर चल रहा ये विज्ञापन
लोगों की भावनाओं को आहत करने वाले ऐसे विज्ञापन अलग-अलग एडल्ट साइट (पोर्न साइट) पर धड़ल्ले से दिखाये जा रहे हैं। कई बार इस प्रचार तरीके के जाल में फंस कर लोग कंपनियों की ओर से किये जा रहे दावों को सच मान लेते हैं। वह इसे आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह मानकर इस्तेमाल तक कर लेते हैं।
दिखाये जा रहे ऐसे विज्ञापनों में एक तरफ जहां आचार्य बालकृष्ण को चिकित्सक की पोशाक में दिखाया जा रहा है। वहीं बाबा रामदेव को भगवा कपड़ों में पेश किया जा रहा है। लगभग एक ही तरह के विज्ञापन अलग-अलग पोर्न साइट पर दिखाये जा रहे हैं। यह साइट बेहद आसानी से गूगल पर खुल रही हैं।
न कानून का डर, न लोगों की भावनाओं की परवाह
इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता सुरेंद्र मोहन मिश्रा की माने तो यौन क्षमता बढ़ाने का दावा करने वाली कई कंपनियां अपने डिजिटल विज्ञापनों में खुलेआम नियमों का उल्लंघन कर रही हैं। बिना अनुमति के यह कंपनियां अलग-अलग विशेषज्ञों की तस्वीरों का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रही हैं।
अगर आपत्तिजनक दावे को कानूनी चुनौती दी जाये तो इन कंपनियों को अलग-अलग धाराओं में कड़ी सजा हो सकती है। भारी भरकम जुर्माना तक लगाया जा सकता है। इसके अलावा लोगों की भावनाएं भड़काने के मामले में भी इन कंपनियों को कानूनी रूप से कटघरे में खड़ा किया जा सकता है। बिना अनुमति किसी की तस्वीर का इस्तेमाल निजता के अधिकार के उल्लंघन का मामला बनता है।
यौन क्षमता बढ़ाने को लेकर किये जा रहे अधिकांश दावे गलत
झारखंड के जमशेदपुर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. आर कुमार की माने तो यौन क्षमता बढ़ाने का दावा करने वाली अलग-अलग कंपनियों में से कई कंपनियों के अधिकांश दावे पूरी तरह निराधार होते हैं। यह कंपनियां कई बार अपने प्रचार माध्यमों से लोगों को गुप्त रोगों के उचित निदान की बजाये गलत दिशा में मोड़ देती हैं। लोग अपनी बीमारी का इलाज कराने की बजाये गुपचुप तरीके से इन दवाओं का इस्तेमाल प्रारंभ कर देते हैं। इसका कई बार शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को भेजी गयी पत्र की प्रति
झारखंड के जमशेदपुर में रहने वाले अधिवक्ता दिनेश साहु ने इस मामले में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ को भी पत्र लिखा है। इस पूरे मामले की जानकारी दी है। आग्रह किया गया है कि इस पूरे मामले पर बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिये।
अगर उनकी अनुमति के बगैर उनकी तस्वीर का इस्तेमाल कर ऐसे विज्ञापन बनाये और चलाये जा रहे हैं तो उन्हें व्यक्तिगत तौर पर इस मामले में कानूनी कार्रवाई की पहल करनी चाहिये। बाबा रामदेव और बालकृष्ण को लाखों लोग अपना आदर्श मानते हैं। उनकी सलाह पर अमल करते हैं।
पूर्व में भी सामने आया था मामला, पुलिस ने की थी कार्रवाई
बताया जा रहा है कि पूर्व में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया था। इस मामले में शिकायत मिलने के बाद पुलिस की ओर से उत्तर प्रदेश के आगरा में वर्ष 2021 में छापेमारी की गई थी। इसमें दो युवकों को गिरफ्तार किया गया। इनको कॉल सेंटर चलाकर बाबा रामदेव के फर्जी विज्ञापन के जरिए शक्ति वर्धक दवाएं बेचने का आरोप था। इन लोगों पर इस खेल के जरिए करोड़ों रुपए की कमाई करने का आरोप लगा था। इसी तरह हरिद्वार में भी सामने आई शिकायत पर कार्रवाई हुई थी।