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पांव पसार रहा निपाह वायरस, जानें कितना है खतरनाक

by Rakesh Pandey
पांव पसार रहा निपाह वायरस
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हेल्थ डेस्क, नई दिल्ली: भारत के बिहार, बंगाल, महाराष्ट्र सहित देश के 10 विभिन्न राज्यों में एक साथ कई तरह के वायरस फैलने से अफरा-तफरी का माहौल है। आईसीएमआर (Indian Council of Medical Raserch) ने भी निपाह वायरस से फैलने वाली घातक बीमारियों की पुष्टि की है।

झारखंड में कंजक्टिवाइटिस तो दिल्ली-बिहार में डेंगू का कहर
दिल्ली-बिहार में इन दिनों डेंगू कहर बरपा रहा है। वहीं दूसरी ओर झारखंड में कंजंन्क्टिवाइटिस महामारी का रूप ले चुका है। जमशेदपुर में सबसे अधिक मरीज सामने आ रहे हैं। कई राज्यों में इन्फ्लुएंजा व वायरल फ्लू जैसे बीमारी भी तेजी से फैल रही है। इसी बीच, इंडियन इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research) ने निपाह वायरस को लेकर लोगों को सतर्क किया है। यह वायरस पूर्व में काफी खतरनाक साबित हो चुका है। ऐसे में लोगों को विशेष रूप से सावधान होने की जरूरत है।

क्या है आईसीएमआर की रिपोर्ट में?
दरअसल, पुणे के इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) का नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी विभाग ने एक राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण किया है। इसमें भारत के दस राज्यों में चमगादड़ों की आबादी में निपाह वायरस के प्रसार होने का प्रमाण मिला है, जो चिंता का विषय है। यह वायरस तेजी से किसी भी राज्य में फैल सकता है। इसे देखते हुए आईसीएमआर ने उन राज्यों को सतर्क किया है। ताकि समय रहते कदम उठाया जा सके और इस वायरस को फैलने से रोका जा सके।

केरल निपाह वायरस का प्रमुख केन्द्र
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के वैज्ञानिकों ने अभी तक 14 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों का सर्वेक्षण पूरा कर चुके हैं। इसमें बिहार, बंगाल, केरल, तामिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, असम, मेघालय व एक केंद्र शासित प्रदेश पांडिचेरी में चमगादड़ों में निपाह वायरस एंटीबॉडी की उपस्थिति पाई गई है। वहीं, पंजाब, गुजरात, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा व चंडीगढ़ में भी सर्वेक्षण पूरा हो चुका है। अब जल्द ही इन राज्यों की स्थिति की भी रिपोर्ट सामने आएगी।

क्या है निपाह वायरस
झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के महामारी रोग विशेषज्ञ डा. असद बताते हैं कि वर्ष 2018-19 में निपाह वायरस केरल में काफी तेजी से फैला था। तब पूर्वी सिंहभूम जिले में भी अलर्ट जारी किया गया था। दरअसल, निपाह वायरस एक जूनोटिक वायरस है। यह जानवरों से मनुष्यों में फैलता है। इसके प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। यह पहले जानवरों को संक्रमित करता है। उसके बाद लोगों में फैलता है और कई बार लोगों की मौत भी हो जाती है। भारत में सबसे पहले यह बीमारी जनवरी 2001 में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में सामने आयी थी।

जानें, निपाह वायरस के लक्षण?
निपाह वायरस से संक्रमित होने के बाद मरीज को सांस लेने में परेशानी होती है।
दिमाग में जलन के साथ तेज बुखार भी होता है।
निपाह वायरस की वजह से मरीज के ब्रेन में सूजन आ जाती है।
यह वायरस काफी खतरनाक माना जाता है। मरीज की स्थिति अत्यंत गंभीर होकर वह कोमा में चला जाता है। लगभग 60 प्रतिशत मरीजों की मौत हो जाती है।

बरतें सावधानियां
दूषित भोजन न करें। संक्रमित मनुष्यों व जानवरों के सम्पर्क में आने से बचें।

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