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कुलगाम मुठभेड़ में 3 जवान शहीद, 4 एके-47 लेकर आतंकवादी फरार

by Rakesh Pandey
कुलगाम मुठभेड़ में 3 जवान शहीद, 4 एके-47 लेकर आतंकवादी फरार अतिरिक्त सुरक्षाबलों पर की फायरिंग, सेना ने की जवाबी कार्रवाई शुक्रवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के तीन जवान शहीद हो गए।
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जम्मू-कश्मीर: के कुलगाम जिले में शुक्रवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के तीन जवान शहीद हो गए। इस दौरान सुरक्षाबलों से चार AK-47 राइफल लेकर आतंकवादी भाग गए। आतंकियों का सुराग लगाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों को मौके पर भेजा गया है। वहां छिपे हुए आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की।

कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि माना जा रहा है कि 2-3 आतंकवादी फंसे हुए हैं। मुठभेड़ में तीन जवान घायल हो गये हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। इससे पहले बीती 1 अगस्त को जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना ने एक संयुक्त अभियान में कुलगाम में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े ग्रेनेड फेंकने वाले मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था।

पुंछ में मारे गए थे चार आतंकी

सुरक्षा बलों ने कुछ समय पहले चार आतंकवादी सहयोगियों को गिरफ्तार किया था। ये सभी कुलगाम के रहने वाले थे। इसके अलावा बीते महीने 18 जुलाई को पुंछ के सिंधरा इलाके में जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने चार आतंकियों को मार गिराया था। सेना के अधिकारियों ने कहा था कि मारे गए आतंकवादियों के कब्जे से चार एके-47 राइफलें, दो पिस्तौल और अन्य सामग्री बरामद की गई थी।

अनुच्छेद 370 हटने की चौथी वर्षगांठ से पहले हुई घटना

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में अतिरिक्त बल भेजा गया है और तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। आपको बता दें कि यह मुठभेड़ और सेना के जवानों के शहीद होने की घटना जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने की चौथी वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर हुई है।

पुंछ और राजौरी में हुई मुठभेड़ में 10 जवान हुए थे शहीद

इससे पहले अप्रैल और मई में पुंछ और राजौरी जिलों में दो अलग-अलग हमलों-मुठभेड़ों में पांच विशिष्ट कमांडो सहित सेना के 10 जवान शहीद हो गए थे। यह वह क्षेत्र है, जिसे पिछले लगभग दो दशकों से आतंकवाद से मुक्त माना जाता था। इस साल की शुरुआत में भी आतंकवादियों ने राजौरी में हिंदू परिवारों को निशाना बनाया था। इस दौरान 7 निर्दोष लोग मारे गए और एक दर्जन से अधिक घायल हो गए थे।

घेराबंदी कर सेना ने किया जवाबी हमला

मुठभेड़ में तीन जवानों के शहीद होने के बाद सुरक्षाबल ने आतंकियों की घेराबंदी कर लगातार जवाबी हमला किया। मुठभेड़ की सूचना मिलते ही आसपास के शिविरों से भी सुरक्षाबलों की अतिरिक्त टुकडि़यां मौके पर पहुंच गईं और उन्होंने पूरे क्षेत्र को घेर लिया। रात में दोनों तरफ से गोलीबारी बंद हो गई, लेकिन सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर रखा है।

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