जामताड़ा : बाप-बेटे और सरकार में शामिल लोग आज कहते फिर रहे हैं दिशोम गुरु ने झारखंड को अलग राज्य बनवाया। ये तो झारखंड अलग करवाने की बात करने दिल्ली गए थे नरसिंहा राव सरकार के पास। दुनिया जानती है, करोड़ों डकार गए और इन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ी।
भ्रष्टाचार इनके खून में शामिल है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था के नाम पर पूरे पुलिस महकमे को वसूली में लगा दिया है। यहां की पुलिस व प्रशासन के अधिकारी जैसे हर महीने मोबाइल रिचार्ज करते हैं, ठीक वैसे ही पैसों की उगाही कर सरकार को रिचार्ज कर मन मर्जी से अपना ट्रांसफर और पोस्टिंग करवा रहे हैं।
ये बातें रविवार को संकल्प यात्रा के दौरान आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहीं। पूर्व सीएम मरांडी पबिया में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश की हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बाप-बेटे की पार्टी के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हैं कि हेमंत है तो हिम्मत है, लेकिन हेमंत है तो यहां गुंडों, बदमाशों, अपराधियों और बलात्कारियों को हिम्मत है। जनता इनके बीच पिस रही है।
संकल्प यात्रा से बौखला गई है हेमंत सरकार :
सभा को संबोधित करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा, संताल परगना उनकी कर्म-भूमि है। भाजपा की संकल्प यात्रा शुरू होते ही झारखंड को अपनी जागीर समझने वाला सोरेन परिवार बौखला चुका है। यात्रा की अभी शुरूआत ही हुई है और झूठे मनगढ़ंत आरोपों के साथ उनपर फर्जी केस करवाए जा रहे। बाप-बेटे को याद रखना चाहिए कि आकंठ भ्रष्टाचार में डूबकर जो उन्होंने काली कमाई से तिजोरी भरने का काम किया है, जनता उसका हिसाब मांगने को तैयार बैठी है।
आदिवासियों को कम बुद्धि वाला कहने वाले भूले नहीं, मेरी रगों में भी शहीद बलदियों का बहता है खून:-
विधान सभा सत्र में जामताड़ा विधायक डा इरफान अंसारी द्वारा आदिवासियों की बुद्धि पर सवाल उठाने की बात पर मरांडी ने कहा कि वे भूले नहीं कि उनकी रगों में भी अमर शहीद आदिवासी बलिदानियों का खून बहता है। जब ऐसे लोगों और उनकी पार्टी ने देश को टुकड़ों में बांटने का काम किया था तब तिलका मांझी, सिदो-कान्हू और बिरसा मुंडा जैसे आदिवासी अमर बलिदानियों ने देश के लिए कुर्बानी देने का काम किया। जो जेएमएम सन 2000 के पहले तक कांग्रेस की पिछलग्गू बनकर उनके छोड़े हुए टुकड़ों में हिस्सारी करती थी आज भी उन्हीं के सहयोग से सरकार में रहकर भ्रष्ट्राचार करने में जुटी है।
एनडीए की सरकार ने दिलाया आदिवासियों को सम्मान:
बाबूलाल ने केंद्र में 60 साल तक रही कांग्रेस सरकार की भी कलई खोलने का काम किया। कहा सन 2000 के पहले आदिवासियों के गांवों में ना तो सड़क रहती थी और ना ही बिजली। केंद्र में एनडीए की सरकार आई तो आज संताल परगना में एम्स, एयरपोर्ट और कई रेलवे लाइन मिली है। बराकर नदी की पुल का शिलान्यास और उदघाटन भी उनके कार्यकाल में ही हुआ। आज देश के राष्ट्रपति पद पर आदिवासी महिला आसीन है। केंद्र की सरकार में आठ आदिवासी मंत्री हैं।
इससे सभा को दुमका सांसद सुनील सोरेन, पूर्व मंत्री डा लुईस मरांडी, वरीय भाजपा नेता वीरेंद्र मंडल, पूर्व कृषि मंत्री सत्यानंद झा बाटुल ने भी संबोधित किया। मौके पर भाजपा जिला महामंत्री सुमित शरण, संतन मिश्रा, अमर दुबे, सुरेश राय, मनीष दुबे, मितेश साह, कार्तिक भंडारी, प्रभास हेम्ब्रम और महेंद्र मंडल समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।