नई दिल्ली: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के लिए आज बड़ा दिन है। लैंड फॉर जॉब्स मामले में उन पर केस चलेगा या नहीं इस पर दिल्ली की राऊज एवेन्यू CBI के स्पेशल कोर्ट में सुनवाई होगी।
कानून के जानकार बता रहे हैं कि अगर कोर्ट CBI की ओर से दायर चार्जशीट को स्वीकार्य कर लेती है और तेजस्वी के खिलाफ एफआईआर चलाने की अनुमति देती है तो तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। क्योंकि तब उन्हें जमानत लेनी होगी और जमानत मिलने तक उन पर गिरफ्तारी का संकट मंडराता रहेगा। मालूम हो कि इस मामले में सीबीआई कई बार तेजस्वी यादव से पूछताछ कर चुकी है। इसके बाद CBI ने 3 जुलाई को तेजस्वी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। यह घोटाला कितना बड़ा है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कहा था किलैंड फॉर जॉब्स 600 करोड़ का घोटाला है।
जानिए क्या है लैंड फॉर जॉब्स केस:
अगर हम लैंड फॉर जॉब्स की बात करें तो यह पूरी तरह से नया केस है। पुराने केस में पहले ही राजद सुप्रीमो लालू यादव, बिहार की पूर्व CM राबड़ी देवी और बेटी और सांसद मीसा भारती जमानत पर हैं। लेकिन नए केस में भी लालू और राबड़ी को आरोपी बनाया गया है। इनके साथ तेजस्वी यादव को भी दोषी बताया गया था।
लैंड फॉर जॉब्स मामले में ऐसे फंसे तेजस्वी यादव:
सीबीआई की मानें तो 2004 से 2009 तक लालू प्रसाद रेल मंत्री रहते हुए कई युवाओं को परिवार को जमीन ट्रांसफर के बदले रेलवे में नौकरियां दिलवाईं। जबकि रेलवे में की गई भर्तियां भारतीय रेलवे के मानकों के दिशा-निर्देशों के अनुरूप नहीं थी। वहीं, दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित मकान संख्या D-1088 (एबी एक्सपोर्ट्स प्रा.लि.) के नाम रजिस्टर्ड है। इस कंपनी के मालिक तेजस्वी प्रसाद यादव और उनका परिवार है।
इस संपत्ति की आज बाजार में कीमत 150 करोड़ रुपए है। इसे खरीदने में मुंबई के जेम्स और ज्वेलरी के कारोबारियों ने पैसे लगाए। कागज पर यह कंपनी का ऑफिस है, लेकिन तेजस्वी इसे अपने घर की तरह इस्तेमाल करते हैं। सीबीआई ने अपने चार्जशीट में बताया है कि तेजस्वी ने 9 नवंबर 2015 को इस कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था। इसी को आधार बनाकर सीबीआई ने तेजस्वी का नाम इस केस में शामिल किया। हालांकि तेजस्वी कहते हैं कि जिस समय का यह मामला है, उस समय वे काफी छोटे थे।
लालू परिवार की 6 करोड़ की संपत्ति ED कर चुकी है अटैच:
लैंड फॉर जॉब्स मामले में जांच के बाद ED लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की 6 करोड़ 2 लाख रुपए की संपत्ति अटैच कर चुकी है। इसमें गाजियाबाद और बिहार की संपत्ति शामिल हैं। अटैच की गई संपत्तियों में नई दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित डी-1088 है, जो आवासीय परिसर है।