नेशनल डेस्क, नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद मेनका गांधी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस्कॉन ने उन्हें 100 करोड़ रुपये की मानहानि का नोटिस भेजा है। इस्कॉन ने मेनका गांधी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने एक वीडियो में गलत और अपमानजनक बयान दिया था। ISKCON के कोलकाता उपाध्यक्ष राधारमण दास ने मीडिया को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आज हमने इस्कॉन के खिलाफ पूरी तरह से निराधार आरोप लगाने के लिए मेनका गांधी को 100 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा है। इस्कॉन के भक्तों, समर्थकों और शुभचिंतकों का विश्वव्यापी समुदाय इन अपमानजनक निंदनीय और दुर्भावनापूर्ण आरोपों से बहुत दुखी है। हाल ही में सोशल मीडिया पर मेनका गांधी का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें उन्होंने ISKCON पर कसाइयों को गाय बेचने का बेहद संगीन आरोप लगाया था।
क्या कहा था मेनका गांधी ने?
पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका ने कहा था कि इस्कॉन ने गौशालाएं स्थापित की हैं। जिन्हें चलाने के लिए उन्हें सरकार की तरफ से अनगिनत फायदे मिलते हैं। उन्हें बड़ी जमीनें मिलती हैं। इसके बावजूद जो गाय दूध नहीं देतीं, उन्हें वे कसाइयों के हवाले कर देते हैं। इनकी गौशालाओं में एक भी बछड़ा और एक भी सूखी (बूढ़ी) गाय नहीं है। मेनका ने यह बातें एक यूट्यूबर को दिए इंटरव्यू में कही थीं।
इस बात से भड़के लोग
मेनका गांधी लंबे समय से पशुओं के खिलाफ होने वाले अत्याचारों पर आवाज बुलंद करती रही हैं। अपनी इसी मुहिम के तहत उन्होंने इस्कॉन की गौशालाओं की व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने दावा किया था कि वह हाल ही में आंध्र प्रदेश में ISKCON की अनंतपुर गौशाला का दौरा करने पहुंची थीं, जहां एक भी गाय अच्छी स्थिति में नहीं थी। उन्होंने कहा था, गौशाला में कोई बछड़ा नहीं था, गौशाला में एक भी गाय ऐसी नहीं मिली, जो दूध ना देती हो, ना ही कोई बछड़ा मिला। इसका मतलब साफ है कि वो लोग (इस्कॉन) दूध ना देने वाली गायों और बछड़ों को बेच देते हैं। इसको लेकर कई लोगों ने अपनी आपत्ति जताई।
इस्कॉन ने क्यों भेजा नोटिस?
इस्कॉन ने इस वीडियो को लेकर मेनका गांधी पर मानहानि का आरोप लगाया है। इस्कॉन ने कहा है कि मेनका गांधी के बयान गलत और अपमानजनक हैं। उन्होंने कहा है कि मेनका गांधी के बयान से इस्कॉन की छवि को नुकसान पहुंचा है। इस्कॉन के प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंद दास ने कहा- मेनका गांधी आंध्र प्रदेश के अनंतपुर की गौशाला के बारे में कह रही हैं, वहां 250 से ज्यादा ऐसी गायें हैं, जो दूध नहीं देतीं। वहां सैकड़ों बछड़े भी हैं। उनके आरोप झूठे और निराधार हैं। इस्कॉन ना केवल भारत, बल्कि दुनियाभर में गाय-बैल की रक्षा और देखभाल में सबसे आगे रहा है। हमारे यहां गायों और बैलों की जीवनभर सेवा की जाती है, ना कि उन्हें कसाइयों को बेचा जाता है, जैसा कि आरोप लगाया गया है। इस्कॉन ने सफाई में एक पत्र भी जारी किया।
इस्कॉन गाय संरक्षण और शाकाहार में अग्रणी
इस्कॉन ने कहा है कि पिछले 50 सालों में इस्कॉन दुनियाभर में गौ संरक्षण और शाकाहार में अग्रणी रहा है। भारत के अलावा कई और देशों में गौशालाओं का निर्माण और रखरखाव कर रहा है। भारत में इस्कॉन 60 से ज्यादा गौशालाओं का रखरखाव कर रहा है, जहां सभी गायों, बैलों और बछड़ों की देखभाल और सेवा की जाती है। इनमें से कई गौशालाओं में गाय-बैल को घायल या रोगग्रस्त अवस्था में लाया जाता है, इस्कॉन गौशाला में स्वयंसेवकों और कार्यकर्ताओं की टीम उनकी भी देखभाल करती है।