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देशभर के डॉक्टरों को टेंशन में डालने वाली रिपोर्ट आई सामने, जानिए क्या है

by Rakesh Pandey
JAMSHEDPUR,MGM HOSPITAL,PARA MEDICAL .ANEMIA
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जमशेदपुर : झारखंड के महात्मा गांधी मेमोरियल (MGM) मेडिकल कॉलेज (MEDICAL COLLEGE)  में हुए शोध में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है जिसे पढ़ने के बाद डॉक्टरों के भी होश उड़ गए हैं। अगर, जल्द ही कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया तो आने वाले समय भयावह हो सकते हैं।
जी हां। दरअसल, एमजीएम(MGM) में पढ़ाई करने वाले एमबीबीएस (MBBS) छात्र (भावी चिकित्सक) व पारा मेडिकल ( PARA MEDICAL)  छात्रों पर हुए शोध में 50 प्रतिशत एनीमिया (ANEMIA)के शिकार मिले हैं। यानी उनमें खून की कमी है। इन छात्रों का हीमोग्लोबिन 8.21 ग्राम के आस-पास मिला है। जबकि 12 से 16 ग्राम के बीच होनी चाहिए। यह रिपोर्ट आने के बाद देशभर के डॉक्टर चिंतित हैं। चूंकि, उनकी पेशा बाकी लोगों से अलग है।

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शोध करने वाली टीम ने इसमें जल्द से जल्द सुधार करने का सुझाव दिया है। साथ ही कहा है कि इसका गहरा असर मेडिकल छात्रों के जीवन पर पड़ सकता है। चूंकि, आगे चलकर वे विशेषज्ञ चिकित्सक बनेंगे और मरीजों की जान उनके हाथों में होगी। ऐसे में उनका दिलों-दिमाग सही ढंग से काम करे, यह बहुत बड़ी चुनौती है। ये शोध एमजीएम (MGM)  कालेज के फिजियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. नीलम चौधरी, कम्युनिटी मेडिसिन के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. महेश कुमार गोयल ने संयुक्त रूप से किया है, जो इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च प्रोफेशनल्स (आइजेएमआरपी) में प्रकाशित हुई है।
युवतियों में खून की कमी अधिक

यह शोध उम्र 18 से 21 साल के एमबीबीएस(MBBS)  व पारा मेडिकल (PARA MEDICAL) छात्रों पर हुई है। शोध में कुल 177 छात्रों को शामिल किया गया है। इसमें 70 प्रतिशत में प्रोटीन की कमी पाई गई है। वहीं, 50 प्रतिशत छात्र एनीमिया के श्रेणी में हैं। इसमें 76.74 प्रतिशत युवतियां व 21 प्रतिशत युवक शामिल हैं।

इस तरह हुआ शोध (RESEARCH)

सबसे पहले इन छात्रों का मेनू चेक किया गया कि वे नाश्ता, खाना व रात के भोजन में क्या-क्या लेते हैं। इसके बाद 8वें दिन उनका हीमोग्लोबिन, प्रोटीन व एल्ब्यूमिन की जांच की गई, जिसमें लगभग 70 प्रतिशत छात्रों में प्रोटीन की कमी पाई गई है।

वहीं जो ये छात्र भोजन करते हैं उसमें पाया गया कि 50 प्रतिशत से भी कम प्रोटीन शामिल होता है। ऐसे में खून की कमी होना लाजिमी है। इन छात्रों के मेनू में पौष्टिक आहार कम और जंग फूड ज्यादा होता है। जिसके कारण उनके शरीर में खून की कमी हो रही है। जंक फूड से कई तरह की बीमारियां हो सकती है, जो गंभीर विषय है।

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