Jamshedpur: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) जमशेदपुर इकाई ने राज्य विश्वविद्यालय विधेयक 2025 के प्रस्तावित प्रारूप पर गंभीर आपत्ति जताई है। मंगलवार को परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा दास साहू और जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। ABVP ने आग्रह किया कि इस विधेयक को मौजूदा स्वरूप में मंजूरी न दी जाए, क्योंकि यह उच्च शिक्षा की स्वायत्तता और निष्पक्षता को प्रभावित कर सकता है।
ABVP ने जताई गहरी चिंता, कहा- राजनीतिक प्रभाव से शिक्षा को होगा नुकसान
परिषद के अनुसार, यदि यह विधेयक पारित होता है तो इससे राज्य सरकार का विश्वविद्यालयों में हस्तक्षेप और राजनीतिककरण बढ़ेगा, जो शैक्षणिक गुणवत्ता और स्वतंत्रता के लिए खतरा बन सकता है। ABVP के महानगर मंत्री अभिषेक कुमार ने कहा कि इस विधेयक के लागू होने से विश्वविद्यालयों के प्रशासन में राजनीतिक प्रवेश बढ़ेगा, जिससे योग्य नेतृत्व और शैक्षणिक वातावरण दोनों प्रभावित होंगे।
छात्रों और शिक्षकों के हित में नहीं है विधेयक: ज्ञापन में ABVP की आपत्तियां
ज्ञापन में परिषद ने स्पष्ट किया कि वर्तमान विधेयक छात्रों, शिक्षकों और समस्त शैक्षणिक समुदाय के हित में नहीं है। विधेयक में छात्रों के अधिकारों, शिक्षकों की स्वतंत्रता और विश्वविद्यालयों की गरिमा की अनदेखी की गई है। ABVP ने विधायकों से निवेदन किया कि वे इस मुद्दे को विधानसभा में मजबूती से उठाएं और यह सुनिश्चित करें कि यह विधेयक बिना आवश्यक संशोधनों के पारित न हो। परिषद ने मांग की कि विधेयक में महत्वपूर्ण संशोधन किए जाएं ताकि उच्च शिक्षण संस्थानों को राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त रखा जा सके।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे कई छात्र नेता
इस अवसर पर ABVP के कार्यालय मंत्री प्रियांशु राज, आयुष झा, दीपक ठाकुर, विजय झा, रिया कुमारी और अन्य कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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