सेंट्रल डेस्क। Gauri Khan Restaurant ‘Torii’: मुंबई के बांद्रा स्थित गौरी ख़ान के रेस्तरां ‘टोरी’ को हाल ही में एक वायरल वीडियो के कारण सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। इस वीडियो में कंटेंट क्रिएटर सार्थक सचदेवा ने ‘आयोडीन टेस्ट’ के माध्यम से रेस्तरां में परोसे गए पनीर की शुद्धता की जांच की। जब पनीर पर आयोडीन की कुछ बूंदें डाली गईं, तो उसका रंग बदलकर काला हो गया, जिससे यह संकेत मिलता है कि पनीर में स्टार्च या सिंथेटिक सामग्री हो सकती है।
‘आयोडीन टेस्ट’ क्या है?
‘आयोडीन टेस्ट’ एक सरल तरीका है जिससे यह पता लगाया जा सकता है कि पनीर असली है या सिंथेटिक। इसमें आयोडीन की कुछ बूंदें पनीर पर डाली जाती हैं, यदि पनीर असली है तो रंग में कोई बदलाव नहीं होता, लेकिन यदि पनीर सिंथेटिक है तो आयोडीन के संपर्क में आने पर उसका रंग काला या नीला हो जाता है।
टोरी रेस्तरां की प्रतिक्रिया
इस वीडियो के वायरल होने के बाद, ‘टोरी’ रेस्टोरेंट की तरफ से सोशल मीडिया पर स्पष्टीकरण दिया कि आयोडीन टेस्ट स्टार्च की उपस्थिति को दर्शाता है, न कि पनीर की शुद्धता को। उनका कहना था कि उनके पनीर में सोया-आधारित सामग्री शामिल है, जिसके कारण यह प्रतिक्रिया सामान्य है। रेस्तरां ने अपने पनीर की शुद्धता और सामग्री की ईमानदारी पर विश्वास व्यक्त किया।
सार्थक सचदेवा की प्रतिक्रिया
सार्थक सचदेवा ने रेस्तरां की प्रतिक्रिया पर हल्के-फुल्के अंदाज में जवाब देते हुए लिखा, “तो क्या अब मैं बैन हो गया हूं? वैसे, आपका खाना शानदार है।” इससे यह प्रतीत होता है कि उन्होंने विवाद को हल्के-फुल्के तरीके से लिया है।
यह घटना पनीर की शुद्धता और खाद्य सुरक्षा के मुद्दों पर एक महत्वपूर्ण चर्चा को जन्म देती है।उपभोक्ताओं को खाद्य सामग्री की गुणवत्ता और शुद्धता के प्रति जागरूक रहना चाहिए और रेस्तरां और खाद्य प्रतिष्ठानों को अपनी सामग्री की शुद्धता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार होना चाहिए।