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पीएम मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर पर जारी किए 6 स्मारक डाक टिकट

by Rakesh Pandey
Ayodhya Ram Temple
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धर्म-ज्ञान डेस्क : Ayodhya Ram Temple:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को रामलला की प्रतिमा स्थापना और मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान कर रहे पीएम मोदी ने गुरुवार को राम मंदिर से जुड़े कार्यक्रमों की शृंखला में डाक टिकट जारी किया। उन्होंने श्रीराम पर जारी टिकटों की पुस्तक भी रिलीज की। तस्वीरों के खास संकलन में अयोध्या के राम मंदिर की बारीकियों को देखा-समझा जा सकेगा। श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर स्मारक डाक टिकट और दुनिया भर में भगवान राम पर जारी टिकटों की यह पुस्तक डाक विभाग ने तैयार की है।

पीएम मोदी ने कहा आज राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अभियान से जुड़े एक कार्यक्रम से जुड़ने का सौभाग्य मिला है। आज राम मंदिर को समर्पित 6 विशेष स्मारक डाक टिकट जारी किए गए हैं। विश्व के अलग-अलग देशों में राम से जुड़े जो डाक टिकट जारी हुए हैं, उनका एलबम भी रिलीज हुआ है। मैं सभी रामभक्तों को बधाई देता हूं। पोस्टल स्टैंप का एक काम, उन्हें लिफाफों पर लगाना, उनकी मदद से पत्र, संदेश या जरूरी कागज भेजना। लेकिन, ये पोस्टल स्टैंप एक अनोखी भूमिका निभाते हैं।

कैसा है एल्बम का डिजाइन (Ayodhya Ram Temple)

एल्बम में शामिल डिजाइन के घटकों में राम मंदिर, तुलसीदास रचित रामचरितमानस की चौपाई- ‘मंगल भवन अमंगल हारी’, सूर्य, सरयू नदी और मंदिर और उसके आसपास की मूर्तियां शामिल हैं। पीएम मोदी ने बताया कि इस खास एल्बम में मंदिर और देश की संस्कृति से जुड़ी बारीकियों का अनुभव किया जा सकेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि रामायण से हमें तमाम चुनौतियों के बावजूद प्रेम की जीत का संदेश और सीख पाने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा, यह पूरी मानवता को अपने साथ जोड़ता है। इसलिए इसने पूरी दुनिया को अपनी तरफ आकर्षित किया है।

टिकट जारी कर क्‍या बोले पीएम मोदी

टिकट जारी करते समय पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पोस्‍टल स्‍टैंप का काम हम सभी जानते हैं। लेकिन, पोस्टल स्टैंप एक और महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये पोस्टल स्टैंप विचारों, इतिहास और ऐतिहासिक अवसरों को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम भी होते हैं। जब कोई डाक टिकट जारी होता है, जब इसे कोई भेजता है, तो वह सिर्फ पत्र नहीं भेजता, बल्कि पत्र के माध्यम से इतिहास के अंश को दूसरे तक पहुंचा देता है।

ये सिर्फ कागज का टुकड़ा नहीं है, ये इतिहास की किताबों के रूपों और ऐतिहासिक क्षणों का छोटा रूप भी होता है। इनसे युवा पीढ़ी को भी बहुत कुछ जानने और सीखने को मिलता है। आपको बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी। भगवान राम की मूर्ति को मंदिर के गर्भगृह में रख दिया गया है।

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