खूंटी: सावन मास की दूसरी सोमवारी को खूंटी स्थित बाबा आम्रेश्वर धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। रात आधी के बाद से ही जलाभिषेक के लिए भक्तों की कतार लगनी शुरू हो गई थी। सुबह 3:30 बजे मंदिर के पट खुलते ही वातावरण बोल बम, हर हर महादेव, ओम पार्वती पतये नमः जैसे जयघोषों से गूंज उठा और पूजा-अर्चना का क्रम दिन भर जारी रहा।
Khunti 2nd Somwar News : सुव्यवस्थित पूजा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
मंदिर परिसर में पुलिस बल, एनसीसी कैडेट्स और मंदिर समिति के सदस्य सुरक्षा और अनुशासन बनाए रखने में तैनात रहे। श्रद्धालु कतारबद्ध तरीके से मंदिर में प्रवेश करते रहे। पूजा-अर्चना की प्रक्रिया शांतिपूर्वक चली, वहीं दिनभर श्रावणी मेले का भी श्रद्धालुओं ने आनंद लिया।
जिला प्रशासन द्वारा मेला परिसर में कंट्रोल रूम, सीसीटीवी कैमरे, महिला-पुरुष बल और चिकित्सा केंद्र की व्यवस्था की गई थी। अंगराबारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को 24 घंटे चालू रखा गया था।
Khunti 2nd Somwar News : मंदिर समिति के पदाधिकारी रहे दिन भर सक्रिय
जलाभिषेक और मेला प्रबंधन को सुचारु रखने के लिए बाबा आम्रेश्वर धाम प्रबंध समिति के अध्यक्ष लाल ज्ञानेंद्र नाथ शाहदेव, महामंत्री मनोज कुमार, उपाध्यक्ष उपेंद्र कश्यप सहित प्रबंधक मंडल के दर्जनों सदस्य दिनभर सेवा में लगे रहे। उनकी सक्रियता के चलते भीड़ नियंत्रण और श्रद्धालुओं की सुविधा सुनिश्चित की जा सकी।
अन्य शिवालयों में भी रही श्रद्धा की भीड़
बाबा आम्रेश्वर धाम के अलावा खूंटी के बुढ़वा महादेव, नामकोम स्थित बुचा महादेव, पिपराटोली शिवालय, तोरपा का बाबा नागेश्वर धाम, जरिया का प्राचीन शिव मंदिर, और बिकुवादाग शिवालय में भी सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं।
बनई नदी का पुल टूटा, श्रद्धालुओं को भारी परेशानी
खूंटी-सिमडेगा मुख्य मार्ग पर बनई नदी का पुल 19 जून की बारिश में टूट गया था। अब तक डायवर्सन नहीं बन पाने के कारण श्रद्धालुओं को मुरहू, कर्रा या जुरदाग के रास्ते होकर लंबी दूरी तय करनी पड़ी। स्थानीय सांसद और विधायक द्वारा दिए गए आश्वासन के बावजूद डायवर्सन तैयार नहीं हो सका, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।