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दिल्ली में 9 करोड़ की ठगी में बैंक मैनेजर गिरफ्तार, खुलासा होने पर अधिकारियों की उड़ी नींद

ईमेल के माध्यम से बैंक से संपर्क करके, बैंक अकाउंट से जुड़े फोन नंबर और ईमेल बदलने का आग्रह किया था, जिसे बैंक ने ईमेल में उपलब्ध कराए गए, कागजात के आधार पर बदल दिया।

by Reeta Rai Sagar
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नई दिल्ली : दिल्ली में 9 करोड़ रुपये की ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। इसमें बैंक के ही असिस्टेंट मैनेजर ने ठगों के साथ मिलकर, कंपनी के खाते से 9 करोड़ रुपये का घोटाला कर दिया। इस मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने एक्सिस बैंक के असिस्टेंट मैनेजर सहित दो अन्य लोगों की गिरफ्तारी की है। उनसे पूछताछ जारी है। वहीं, इनके अन्य सहयोगियों तक पहुंचने के लिए पुलिस छापेमारी भी कर रही है।

यह मामला शंघाई अर्बन कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (एसयूसीसी) और लार्सन एंड टुब्रो कंपनी से जुड़ा है। इसमें इन कंपनियों के बैंक अकाउंट से 9 करोड़ रुपये की ठगी हुई है।

मैनेजर ने ही ठगों को दिए, बैंक खाते से जुड़े कागजात

शंघाई अर्बन कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन ( एसयूसीसी) और लार्सन ऐंड टुब्रो कंपनी के बैंक खाते से ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से बैंक मैनेजर और उसके सहयोगियों ने 9 करोड़ रुपये की अवैध तरीके से निकासी कर ली। इसमें बैंक मैनेजर आशीष खंडेलवाल और नितिन बिरमल की गिरफ्तारी पुलिस ने की है। बैंक के मैनेजर ने ही ठगों को कंपनी के बैंक खाते से संबंधित कागजात उपलब्ध कराए थे।

इस तरह योजना बनाकर दिया ठगी को अंजाम

एक्सिस बैंक के ब्रांच हेड गौरव शर्मा ने अगस्त, 2024 में 9 करोड़ रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि एसयूसीसी और लार्सन ऐंड टुब्रो कंपनी ने संयुक्त रूप से जनवरी, 2008 में बैंक में खाता खुलवाया था। इसके बाद जून 2024 को कंपनी के किसी कर्मचारी ने ईमेल के माध्यम से बैंक से संपर्क करके, बैंक अकाउंट से जुड़े फोन नंबर और ईमेल बदलने का आग्रह किया था, जिसे बैंक ने ईमेल में उपलब्ध कराए गए, कागजात के आधार पर बदल दिया।

इसके बाद जुलाई 2024 में कंपनी की ओर से नेट बैंकिंग की सेवा शुरू करने को कहा गया। बैंक ने इसे भी शुरू कर दिया। इसके बाद जुलाई 2024 से अगस्त 2024 के बीच कंपनी के बैंक अकाउंट से 9 करोड़ रुपये की ऑनलाइन निकासी कर ली गई। ब्रांच हेड की शिकायत पर पुलिस ने ठगी का केस दर्ज किया। जांच में यह बात सामने आई कि बदला गया नंबर, पुणे निवासी नितिन बिरमल के नाम पर रजिस्टर्ड है।

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