एंटरटेनमेंट डेस्क : जयपुर में बिश्नोई समुदाय के लोगों ने शनिवार को एक्टर सलमान खान और उनके पिता, स्क्रीन राइटर सलीम खान के पुतले जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन 1998 के काले हिरण शिकार मामले में सलीम खान द्वारा दिए गए बयान पर असंतोष व्यक्त करने के लिए किया गया था। बिश्नोई समुदाय ने इसे ‘गुमराह करने वाली टिप्पणियां’ बताते हुए इस पर आपत्ति जताई है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, बिश्नोई समुदाय के सदस्य जयपुर में एकत्रित हुए और अपने नाराजगी जताते हुए कहा कि बिश्नोई होने के नाते वे किसी के खिलाफ बेवजह प्रदर्शन नहीं करते। काले हिरण को पवित्र मानने वाले बिश्नोई समुदाय के नेताओं ने कहा कि 26 साल पुराने इस मामले में वे सलमान खान से जवाबदेही की उम्मीद रखते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की सुनवाई के समय कई महत्वपूर्ण हस्तियां, जिनमें बिश्नोई समुदाय के विधायक भी शामिल थे, न्याय प्रक्रिया का हिस्सा रहे हैं।
विरोध प्रदर्शन कर रहे बिश्नोई समूह ने कहा, “सलीम खान गलत बयान देकर लोगों को गुमराह नहीं कर सकते। सलीम खान के बयान से पूरा समुदाय आहत हुआ है। हम काले हिरण मामले में न्याय सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। और सड़कों पर आकर विरोध दर्ज कराएंगे।”
सलीम खान ने बेटे सलमान के बचाओ में कही थी ये बात
कुछ समय पहले एक इंटरव्यू में सलीम खान ने इस मामले में सलमान का बचाव करते हुए कहा था कि उनका बेटा निर्दोष है और वह कभी किसी जानवर को नुकसान नहीं पहुंचाएगा। अदालत द्वारा सलमान को इस मामले में बरी कर दिए जाने के बावजूद बिश्नोई समुदाय अब भी माफी की मांग कर रहा है।
लॉरेंस बिश्नोई का कनेक्शन
इस मामले से जुड़ी धमकियों में हाल ही में एक नया मोड़ तब आया जब लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सलमान खान के करीबी माने जाने वाले एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी और इसकी जिम्मेदारी भी ली। इस मामले में गैंग ने एक लेटर में बाबा सिद्दीकी और सलमान खान के संबंध को कारण बताते हुए चेतावनी दी है कि सलमान खान के समर्थकों के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं।