सेंट्रल डेस्क। इस धनतेरस रिजर्व बैंक इंडिया गुप्त मिशन पर है, जिसके तहत इंग्लैंड से 102 टन सोना वापस लाया है। भारत ने 2022 से अब तक 214 टन सोना वापस लाया है। इससे पहले मई में आरबीआई ने 100 टन सोना ब्रिटेन से मंगवाया था। इस साल के सितंबर माह तक रिजर्व बैंक के पास 855 टन सोना था, जिसमें से 510.5 टन सोना अब भारत में रखा गया है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा धनतेरस के मौके पर की गई इस खरीदारी को रणनीतिक बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। बढ़ते हुए राजनीतिक परेशानी को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से आरबीआ ने यह कदम उठाया है। केंद्रीय बैंक विदेश में रखे अपने सोने को भारत लेकर आया है, ताकि अपना सोना अपने घर में सुरक्षित रहे।
क्या होती है पूरी प्रक्रिया
आरबीआई और सरकार की सोना वापसी को घर के करीब लाना सरकार की प्राथमिकता को दर्शाता है। सरकारी अधिकारियों ने इस संबंध में बताया कि सोने के इन भंडारों को घरेलू स्तर पर रखने से ग्लोबल टेंशन और अर्थव्यवस्था को लेकर सुरक्षा भी बढ़ जाती है। ये सोना बेहद ही गोपनीय तरीके से विमानों और अन्य माध्यमों से मंगाया जाता है।
इससे पहले मई में भी भारतीय रिजर्व बैंक ने 100 टन सोना मंगाया था। यह सोना 1990 के दशक में ब्रिटेन में जमा किया गया था। इस दौरान सरकार ने भुगतान संतुलन संकट के दौरान विदेशी बैंकों को संपाश्रर्विक (एक मूल्यवान परसंपत्ति, जिसे उधारकर्ता ऋण चुकाने की गारंटी के रूप में गिरवी रखता है) के रूप में गिरवी रखा था। जिसका मकसद विदेशों से पैसे लेना था। इसे भारत की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए इस्तेमाल किया गया था।
आज के समय पर गौर करें तो भारत की स्थिति मजबूत है, ऐसे में उद्देश्य आपात स्थिति में धन का लाभ उठाने के बजाय उसे सुरक्षित रखना अधिक अनिवार्य है।
इसके बावजूद भी भारत का 324 टन सोना बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट के सानिध्य में रखा गया है। बैंक ऑफ इंग्लैंड अपने बुलियन वेयरहाउस के लिए विश्वप्रसिद्ध है। यह बैंक 1697 से वैश्विक बैंको के लिए कीमती मेट्लस का भंडारण कर रहा है। इससे भंडारण के लिए रखे लंदन के बुलियन बाजार की तरलता का लाभ मिलता रहेगा।
आखिर केंद्रीय बैंक क्यों खरीदता है सोना
केंद्रीय बैंक द्वारा रखे गए सोने का मुख्य उद्देश्य महंगाई दर और विदेशी मुद्रा से होने वाले जोखिमों के खिलाफ सुरक्षा के रूप में अपने विदेशी मुद्रा के आधार में विविधता लाना है। दिसंबर 2017 से आरबीआई ने बाजार से सोना जमा करना शुरू किया है। दिसंबर 2023 तक देश के कुल विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी 7.75 प्रतिशत से बढ़कर अप्रैल 2024 तक 8.7 प्रतिशत हो गई है।
कहां होता है सोने का भंडारण
भारत में सोना मुंबई के मिंट रोड स्थित आरबीआई भवन तथा नागपुर में स्थित तिजोरियों में रखा जाता है। वर्ल्ड गोल्ड कॉउंसिल की एक रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक केंद्रीय बैंकों के पास अब तक खनन किए गए सभी सोने का लगभग 17 प्रतिशत हिस्सा है और साल 2023 के अंत तक 36,699 मीट्रिक टन से अधिक का भंडार है।
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