इकोनॉमी डेस्क : भारतीय अर्थव्यवस्था ने हाल ही में एक ऐतिहासिक मोड़ लिया है, जिसने साबित किया है कि देश आर्थिक स्फीति में बड़े प्रगति कदमों की ओर बढ़ रहा है। इस महत्वपूर्ण समय में, भारतीय सकल घरेलू उत्पाद (GDP) ने पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर के पार कर दिखाया है।
अर्थव्यवस्था की नई ऊचाइयों की ओर बढ़ता भारत
आर्थिक सूचना के अनुसार, 18 नवंबर को रात करीब साढ़े 10 बजे, भारतीय सकल घरेलू उत्पाद (GDP) ने पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर को क्रॉस किया है। यह उपलब्धि भारत को दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाती है, जो प्रधानमंत्री मोदी के 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंचाने के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।
भारत ने रचा इतिहास, जर्मनी को पछाड़ा
यह सफलता साझा करते हुए, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बधाई दी और सोशल मीडिया पर इस ऐतिहासिक क्षण को साझा किया। भारत ने इस समय, जर्मनी के साथ चौथे पायदान पर होने का इतिहास रचा है, जो देश की वृद्धि दर में नए आयाम स्थापित कर रहा है।
अमेरिका को छोड़ते हुए भारत, चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
अमेरिका की जीडीपी का आकार 26.7 ट्रिलियन डॉलर है, जिससे यह दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था साबित होती है। भारत ने इस साल ब्रिटेन और फ्रांस को पीछे छोड़कर चौथे स्थान पर कदम रखा है, जिसकी जीडीपी 4.28 ट्रिलियन डॉलर है, और इससे पहले जर्मनी को पीछे छोड़ा है।
तेज वृद्धि दर में भारत की दुनिया भर में सबसे आगे
भारत की आर्थिक वृद्धि दर किसी भी प्रमुख अर्थव्यवस्था की तुलना में सबसे ज्यादा है। चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 7.8 फीसदी रही है, जबकि पिछले वित्त वर्ष के दौरान यह 7.2 फीसदी थी।
रिजर्व बैंक की आंकड़े और आगामी अनुमान
रिजर्व बैंक के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने की संभावना है। भारत की अर्थव्यवस्था दूसरी तिमाही में 6.5 फीसदी की दर से, तीसरी तिमाही में 6 फीसदी की दर से और चौथी तिमाही में 5.7 फीसदी की दर से बढ़ने की कड़ी में है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुमान है कि भारत की अर्थव्यवस्था 2023 और 2024 में 6.3 फीसदी की दर से वृद्धि करने वाली है।
आर्थिक सुधार और विकास की दिशा
तेजी से बढ़ते अर्थव्यवस्था के साथ, भारत अपनी आर्थिक मजबूती में सुधार कर रहा है, जिससे देश के विकास की दिशा में नई ऊचाइयों की प्राप्ति संभावना है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह साल वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि का संकेत है, जो देश को आगामी समय में मजबूती और समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेगी।
भारतीय अर्थव्यवस्था की इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने दिखाया है कि देश आर्थिक क्षेत्र में बड़े प्रगति कदमों की ओर बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ती वृद्धि दर और उच्च जीडीपी ने भारत को विश्व की अर्थव्यवस्थाओं में एक महत्वपूर्ण स्थान पर पहुंचाया है, जिससे देश को आने वाले समय में आर्थिक स्थिति में और सुधार हासिल करने का आशा दिखता है।