नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 2023 से लेकर 2025 की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) तक अपराध के स्वरूप में कई अहम बदलाव देखे गए हैं। जहां एक ओर जघन्य अपराधों और स्थानीय व विशेष कानूनों के तहत दर्ज मामलों में कमी आई है, वहीं हत्या, हत्या के प्रयास और चोरी की कुछ श्रेणियों में वृद्धि ने कानून व्यवस्था को लेकर नई चिंताएं उत्पन्न कर दी हैं।
जघन्य अपराधों में कमी, पर हत्या के मामलों में वृद्धि
वर्ष 2023 में जहां कुल 1,078 जघन्य अपराध दर्ज किए गए थे, वहीं 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 1,198 हो गया। हालांकि, 2025 की पहली तिमाही में इनकी संख्या घटकर 907 रह गई, जिससे कुल मिलाकर 15.86% की गिरावट दर्ज की गई है।
हत्या के मामलों में 2023 में 115 घटनाएं हुई थीं, जो 2024 में घटकर 105 हो गईं, लेकिन 2025 में फिर से बढ़कर 107 हो गईं। वहीं, हत्या के प्रयास के मामलों में 2023 में 158 से बढ़कर 2024 में 203 हो गए और 2025 में यह आंकड़ा 168 रहा। यह 2023 की तुलना में 6.32% की वृद्धि को दर्शाता है।
डकैती और छीना-झपटी जैसे अपराधों में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। डकैती के मामले 2023 में 375 से बढ़कर 2024 में 424 हुए, लेकिन 2025 में घटकर 315 हो गए — यानी 16% की गिरावट। छीना-झपटी के मामले 2023 में 1,812 से 2025 में घटकर 1,199 रह गए, जो 33.82% की कमी को दर्शाता है।
महिला अपराधों और अपहरण में गिरावट
दिल्ली में महिला अपराधों में भी कमी देखी गई। बलात्कार के मामले 2023 में 422 से घटकर 2025 में 370 रह गए, जो 12.3% की गिरावट है। इसी प्रकार, छेड़छाड़ के मामले 547 से घटकर 370 हो गए, यानी 32.36% की कमी।
अपहरण के मामलों में भी थोड़ी गिरावट दर्ज की गई — 2023 में 1,385 से घटकर 2025 में 1,360 मामले सामने आए (1.8% की गिरावट)।
स्थानीय और विशेष कानून के तहत अपराधों में कमी
स्थानीय और विशेष कानूनों के तहत अपराधों में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है।
- शस्त्र अधिनियम के अंतर्गत मामले 2023 में 801 से बढ़कर 2024 में 1,049 हुए, पर 2025 में घटकर 957 रह गए।
- आबकारी अधिनियम के तहत 2023 में सिर्फ 244 मामले थे, जो 2024 में बढ़कर 2,496 हो गए। 2025 में इनकी संख्या घटकर 1,382 हो गई।
- एनडीपीएस अधिनियम के मामले 2024 में 544 से घटकर 2025 में 257 हो गए।
- जुआ अधिनियम के तहत 2023 में 776 मामले थे, जो 2024 में बढ़कर 1,018 हो गए, लेकिन 2025 में 677 पर आ गए।
चोरी की घटनाओं में मिश्रित रुझान
दिल्ली में चोरी संबंधित अपराधों में मिश्रित तस्वीर सामने आई है:
- सेंधमारी: 2023 में 1,731, 2024 में 2,017 और 2025 में 1,725 मामले दर्ज हुए।
- घरेलू चोरी: 2023 में 4,974 से घटकर 2025 में 3,578 रह गई।
- वाहन चोरी: मामूली गिरावट के साथ 2023 में 9,288 से 2025 में 9,070 रही।
- अन्य चोरी: 2023 में 40,900 से गिरकर 2024 में 24,226 हो गई, लेकिन 2025 में बढ़कर 27,066 हो गई।
कुल IPC/बीएनएस अपराधों में गिरावट
दिल्ली में कुल IPC/BNS (भारतीय दंड संहिता / भारत न्याय संहिता) के तहत दर्ज अपराधों में भी गिरावट दर्ज की गई है।
2023 में 82,534 मामलों की तुलना में 2024 में 64,256 और 2025 में 63,898 मामले सामने आए।
पुलिस की रणनीति और विशेषज्ञों की राय
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता के अनुसार, गहन रात्रि गश्त, तकनीकी निगरानी और लक्षित अभियानों से अपराध नियंत्रण में मदद मिली है।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि सामुदायिक जागरूकता, त्वरित जांच और न्याय प्रक्रिया में तेज़ी से अपराध दर में और गिरावट संभव है।
दिल्ली में अपराध नियंत्रण के प्रयासों ने कुछ सकारात्मक परिणाम दिए हैं। जघन्य अपराधों में गिरावट से स्थिति बेहतर हुई है, लेकिन हत्या, हत्या के प्रयास और कुछ चोरी की श्रेणियों में वृद्धि अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है। पुलिस और समाज दोनों को मिलकर इस दिशा में और प्रयास करने की आवश्यकता है।