व्यापार डेस्क : दुर्गापूजा की तैयारियों के बीच झारखंड और बंगाल के कई जिलों में बाढ़ ने सब्जियों की कीमतों में आग लगा दी है। इन क्षेत्रों में खेती की भूमि जलमग्न हो गई है, जिससे सब्जियों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। इस स्थिति के चलते सब्जी बाजार पर विपरीत प्रभाव पड़ा है।
स्थिति की समीक्षा
विक्रेताओं का कहना है कि कम आपूर्ति के चलते सब्जियों और अनाज की कीमतों में 20 से 30 रुपये प्रति किलो की वृद्धि हुई है। यदि बारिश अगले सप्ताह तक जारी रहती है, तो स्थिति और बिगड़ सकती है।
सब्जी विक्रेताओं की बढ़ी परेशानी
विक्रेताओं का कहना है कि बाढ़ के कारण थोक सब्जी की बाजार में आपूर्ति कम हो गई है। इस वजह से भिंडी, टमाटर, करेला, लौकी, बैंगन, प्याज और गोभी जैसी सब्जियों की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। वे थोक बाजार से 15 से 20 रुपये प्रति किलो अधिक दाम में सब्जियां खरीद रहे हैं, जिससे खुदरा दाम भी बढ़ रहे हैं।
टमाटर की कीमतों में दोगुनी वृद्धि
कई बाजारों में टमाटर की कीमतें दोगुनी हो गई हैं। जो टमाटर पहले 40 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, वह अब 70 से 80 रुपये प्रति किलो में मिल रहा है।
कीमतें प्रति किलोग्राम (अलग-अलग बाजारों में मामूली अंतर संभव)
सब्जी के नाम | पहले दाम (रु.) | अब दाम (रु.) |
आलू | 30 | 50 |
प्याज | 30 | 50 |
भिंडी | 40 | 60 |
बैंगन | 40 | 80 |
हरी मिर्च | 80 | 120 |
करेला | 40 | 50 |
परवल | 30 | 60 |
बरबटी | 40 | 100 |
कुम्हड़ा | 20 | 30 |
ओल | 40 | 70 |
बंधा गोभी | 40 | 70 |
टमाटर | 40 | 80 |
लौकी (पर पीस-) | 20 | 30 |
दुर्गापूजा का त्योहार नजदीक है, लेकिन इन बढ़ती कीमतों ने आम लोगों के बजट पर बुरा असर डाला है। उम्मीद है कि जल्द इस समस्या का समाधान निकालेगी।
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