अमरावती: महाराष्ट्र के अमरावती जिले के धामनगांव रेलवे में शनिवार को चुनाव अधिकारियों द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बैग की जांच की गई। यह घटना उस समय हुई जब राहुल गांधी 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के प्रचार के तहत एक जनसभा को संबोधित करने के लिए धामनगांव पहुंचे थे।
राहुल गांधी के बैग की जांच पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
राहुल गांधी का बैग चुनाव अधिकारियों द्वारा उस समय चेक किया गया जब उनका हेलिकॉप्टर धामनगांव रेलवे के हेलीपैड पर उतरा। यह घटनाक्रम उस क्षेत्र के चुनावी माहौल में चर्चा का विषय बन गया। कांग्रेस ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए इसे पक्षपाती और राजनीति से प्रेरित बताया। कांग्रेस पार्टी के नेता और पूर्व राज्य मंत्री यशोमति ठाकुर, जो तिओसा विधानसभा सीट से विधायक भी हैं, ने इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह केवल राहुल गांधी के साथ भेदभाव करने के लिए किया गया है। ठाकुर ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बैग की जांच क्यों नहीं की जाती? क्या उन्हें इस प्रक्रिया से बाहर रखा गया है?
चुनाव आचार संहिता के तहत बैग की जांच की प्रक्रिया
चुनाव अधिकारियों द्वारा नेताओं के बैग चेक करने की यह प्रक्रिया चुनाव आचार संहिता के पालन को सुनिश्चित करने के लिए की जाती है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होता है कि कोई भी नेता चुनावी नियमों का उल्लंघन न करें और मतदान के दौरान अनुशासन बनाए रखें। यह प्रक्रिया पहली बार उस समय चर्चा में आई थी जब शिवसेना (UBT) नेता उद्धव ठाकरे को यवतमाल में अपने बैग की जांच करवानी पड़ी थी। ठाकरे ने इस दौरान न केवल वीडियो बनाया, बल्कि चुनाव अधिकारियों से यह सवाल भी किया कि वे प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बैग क्यों नहीं चेक कर रहे हैं?
चुनाव अधिकारियों ने अन्य नेताओं के बैग भी चेक किए
हालांकि, बाद में कुछ वीडियो सामने आए जिसमें यह दिखाया गया कि चुनाव अधिकारियों ने न केवल राहुल गांधी, बल्कि भाजपा और अन्य गठबंधन के नेताओं के बैग भी चेक किए। इनमें गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और एनसीपी नेता अजित पवार के बैग भी जांचे गए। कांग्रेस का आरोप है कि यह प्रक्रिया पहले से तय नियमों के तहत समान रूप से लागू होनी चाहिए, और अगर किसी नेता के बैग की जांच की जा रही है तो इसे सभी नेताओं पर समान रूप से लागू किया जाना चाहिए।