Home » नेशनल मेडिकल कमीशन के नए लोगो पर विवाद, जानिए क्या है वजह

नेशनल मेडिकल कमीशन के नए लोगो पर विवाद, जानिए क्या है वजह

by Rakesh Pandey
नेशनल मेडिकल कमीशन के नए लोगो पर विवाद
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

 नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के लोगो में हुए संशोधन लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है। एनएमसी ने अपने लोगों में इंडिया की जगह भारत और भगवान धन्वंतरि की रंगीन तस्वीर जोड़ दी है। लोगो में हिंदू देवता की तस्वीर पर आपत्ति जताई जा रही है। एनएमसी द्वारा लोगो में बदलाव करते ही विवाद शुरू हो गया है। कुछ लोग इस नए लोगो को पसंद कर रहे हैं और सही बता रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं। हालांकि, लोगो पर हो रहे विवाद पर आयोग ने कहा कि भगवान धन्वंतरि पिछले वर्ष से इसका हिस्सा रहे हैं।

चिकित्सा के क्षेत्र में जातिगत और धार्मिक विचार स्वीकार नहीं : डॉ नूहू
आईएमए केरल के अध्यक्ष डॉ नूहू ने एनएमसी के लोगो पर कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में जातिगत और धार्मिक विचार स्वीकार नहीं है, क्योंकि यह पेशा धर्म और जाति से ऊपर है। नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के नए लोगो में दो बदलाव किए गए हैं। पहला एनएमसी के लोगो में इंडिया की जगह भारत किया गया है।

वहीं, दूसरा लोगो में भगवान धन्वन्तरि की रंगीन तस्वीर जोड़ी गई है। इन दोनों बदलावों को लेकर विवाद हो रहा है। लोगो में एक ओर तो भगवान धन्वन्तरि की रंगीन तस्वीर को सही बताने वाले लोग हैं। वहीं दूसरी ओर वह हैं, जो इस पूरे संशोधन को सही नहीं मानते। एनएमसी के सभी सदस्यों की सहमति के बाद ही लोगो में यह संशोधन किया गया है। उन्होंने कहा कि देश में चिकित्सा के देवता धन्वंतरि हैं। इंडिया का नाम बदलकर भारत इसलिए किया गया है, क्योंकि देश ने ऐसा किया है। इसके पीछे कोई और वजह नहीं है।

धन्वंतरि देश में स्वास्थ्य और उपचार के देवता
नेशनल मेडिकल कमीशन का लोगो में बदलाव किए जाने पर कहना है कि कुछ खास नहीं बदला गया है। धन्वंतरि की तस्वीर पहले से ही मौजूद थी, जिसे ब्लैक एंड व्हाइट से रंगीन कर दिया गया है। एनएमसी कार्यवाहक अध्यक्ष बीएन गंगाधर का कहना है कि सभी सदस्यों की सहमति से यह निर्णय लिया गया है। कमीशन ने इस विवाद को बेवजह बताया है। एनएमसी के मुताबिक, जब से आयोग का गठन हुआ है। तभी से लोगो में धन्वंतरि की तस्वीर का इस्तेमाल किया जाता है।

जिस तरह से दूसरे देशों में अपोलो उपचार के देवता कहे जाते हैं। उसी तरह से धन्वं‍तरि भारत में स्वास्थ्य और उपचार के देवता हैं और शुरुआत से लोगो में उनकी तस्वीर शामिल है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अमृत प्राप्ति के लिए देवताओं और दानवों के द्वारा समुद्र मंथन किया गया था। तब एक-एक करके उससे क्रमशः चौदह रत्नों की प्राप्ति हुई थी। समुद्र मंथन के बाद सबसे अंत में अमृत की प्राप्ति हुई थी। कथा के अनुसार, भगवान धन्वंतरि समुद्र से अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। जिस दिन भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए वह कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि थी, इसलिए धनतेरस या धनत्रयोदशी के दिन धन्वंतरि देव के पूजन का विधान है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिए थे निर्देश
बता दें कि एनएमसी के लोगो परिवर्तन से पहले स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से निर्देश जारी किए गए थे। इसमें यह कहा गया था कि अब आयुष्मान भारत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर के नाम से पहचाना जाएगा। इसकी टैगलाइन आरोग्यम परमं धनम् होगी। इसके लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक पत्र भी भेजा गया है। इस बात का भी विरोध हुआ था।

READ ALSO: शिक्षा, स्वास्थ्य, ई-कॉमर्स और नैतिकता पर 2 व 3 दिसंबर को परिचर्चा, केंद्रीय मंत्री समेत देश के कई शिक्षाविद होंगे शामिल

Related Articles