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Cricketer Rohit Sharma’s Statement : बुमराह भी इंसान हैं, वह अकेले गेंदबाजी का पूरा बोझ नहीं उठा सकते

by Anand Mishra
Rohit Sharma Retirement Speculations
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एडिलेड : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (बीजीटी) के दूसरे दिन-रात्रि टेस्ट मैच में भारत को 10 विकेट से हार का सामना करने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने गेंदबाजों पर जोरदार बयान दिया। उन्होंने कहा कि जसप्रीत बुमराह भी इंसान हैं और वह हर मैच में अकेले गेंदबाजी का पूरा बोझ नहीं उठा सकते। रोहित ने टीम के बाकी गेंदबाजों से अपनी जिम्मेदारी बढ़ाने को कहा, ताकि बुमराह पर अत्यधिक दबाव न पड़े।

बुमराह का साथ देने के लिए अन्य गेंदबाजों को जिम्मेदारी लेनी होगी

रोहित ने मैच के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, “जसप्रीत बुमराह अकेले गेंदबाजी का भार नहीं उठा सकते। आप उनसे उम्मीद नहीं कर सकते कि वह दोनों छोर से गेंदबाजी करें। हमें अन्य गेंदबाजों से भी जिम्मेदारी साझा करने की जरूरत है, क्योंकि ऐसे दिन भी आएंगे जब बुमराह को विकेट नहीं मिलेंगे।” उन्होंने टीम के युवा गेंदबाज हर्षित राणा का भी बचाव किया, जो इस मैच में 16 ओवर में 86 रन लुटा बैठे थे।

हर्षित राणा को एक मैच से न आंकें

रोहित ने कहा कि हर्षित राणा को एक टेस्ट मैच के आधार पर आंकना गलत होगा। “राणा एक मजबूत मानसिकता वाले खिलाड़ी हैं और वह सीखेंगे। ऑस्ट्रेलिया के पास ट्रैविस हेड जैसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने उन पर दबाव डाला,” रोहित ने कहा।

मोहम्मद शमी की वापसी पर रोहित का बयान

भारतीय गेंदबाजी की खराब स्थिति के बाद मोहम्मद शमी की वापसी की मांग उठ रही है। हालांकि, रोहित ने स्पष्ट किया कि शमी के घुटने में फिर से सूजन आ गई है, और उनकी वापसी के लिए कोई जल्दबाजी नहीं की जा रही है। “हम शमी पर नजर रख रहे हैं, लेकिन हम उन पर कोई दबाव नहीं डाल रहे हैं,” रोहित ने कहा।

सिराज और हेड के बीच नोकझोंक पर रोहित ने ये कहा

इस मैच में मोहम्मद सिराज और ट्रैविस हेड के बीच कुछ शब्दों का आदान-प्रदान भी हुआ था। हेड ने सिराज से कहा था, “अच्छी गेंदबाजी की,” लेकिन सिराज ने इसे खारिज कर दिया। इस पर रोहित ने सिराज का बचाव करते हुए कहा, “खेल के दौरान आक्रामकता और अति-आक्रामकता के बीच एक पतला सा अंतर होता है। कप्तान के तौर पर मेरा काम यह सुनिश्चित करना है कि कोई सीमा पार न करे।”

अखिरकार बड़ी तस्वीर पर ध्यान देना जरूरी

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के इस मुद्दे पर पूछने पर, रोहित ने कहा, “जब भारत और ऑस्ट्रेलिया खेलते हैं, तो ऐसी बातें होती हैं। मेरा काम घटना पर ध्यान देना नहीं है, बल्कि मुझे पूरी तस्वीर देखनी है।”

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