JAMTARA CYBER CRIME : शनिवार देर शाम तक चली जामताड़ा साइबर थाने की छापेमारी में 12 शातिर साइबर ठग हत्थे चढ़े हैं। शातिरों में कई ऐसे आरोपित हैं जो साइबर ठगी समेत डकैती के मामले में जेल की हवा खा चुके हैं और पिछले कुछ दिनों से साइबर ठगी को सेफ क्राइम मानकर इसमें संलिप्त थे। जबकि पुलिस के हत्थे चढ़े तीन शातिर ऐसे हैं, जो यहां अपने रिश्तेदारों के घर रहकर मेहमान नवाजी के साथ साइबर ठगी का धंधा चला रहे थे। इनमें शामिल मोहम्मद सलमान पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले नियामतपुर मदरसा मोहल्ले के कुल्टी थाना क्षेत्र का रहने वाला है। वह यहां अपने भाई की ससुराल करमाटांड़ के सिंदरजोरी गांव में काफी अरसे से रह रहा था। जबकि, पं. बंगाल के ही वर्धमान जिले के अमरावती भीम कालोनी थाना क्षेत्र का एनआईपीसी दुर्गापुर का दिलखुश व उसका सगा भाई विधान दास अपने जीजा शिचरण दास के घर करमाटांड़ के शीतल में रहकर यहां के परिवारिक सदस्यों के साथ मिलकर साइबर ठगी कर रहा था।
JAMTARA CYBER CRIME : साइबर ठगी के लिए रिश्तेदारों के घर को बना लिया ठिकाना
इस बात की जानकारी जामताड़ा एसपी अनिमेष नैथानी ने दी। उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान इन तीन के अलावा सिंदरजोरी का अलाउद्दीन अंसारी, मुबारक अंसारी, शीतलपुर का रहने वाला सचिन दास, सौरभ दास, सियाटांड़ का रहने वाला मिथुन मंडल, सुशील मंडल, रोहित कुमार मंडल, प्रीतम मंडल और सलैया गांव का विक्रम कुमार मंडल पुलिस के हत्थे चढ़ा है।
एसपी ने बताया कि टीम को सूचना मिली थी इस क्षेत्र में इन दिनों साइबर ठग काफी सक्रिय हैं। जामताड़ा साइबर थाना मनोज कुमार की अगुवाई भारी संख्या में महिला व पुलिस जवानों के साथ टीम बनाकर छापेमारी की गई और आरोपितों को दबोचने में कामयाबी मिली। आरोपितों के पास से पुलिस टीम ने 27 मोबाइल, 45 अलग-अलग कंपनियों के सिम कार्ड, पांच एटीएम, तीन लैपटाप, तीन बाइक और 50,000 रुपये कैश बरामद किए हैं। ये शातिर लोगों को क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड बंद होने के साथ केवाईसी अपडेट करवाने के नाम पर झांसे में लेकर उन्हें ठगी का शिकार बनाते थे। सभी 12 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज जेल भेज दिया गया है।
विधान दास व दिलखुश दास के खिलाफ दुर्गापुर में दर्ज हैं डकैती के मामले
पुलिस की तहकीकात में पता चला है पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर का रहने वाला दिलखुश और विधान दास के खिलाफ दुर्गापुर में ही सन 2022 डकैती का मामला दर्ज है। जबकि विधान के ही खिलाफ सन 2020 में कोलकाता के लाल बाजार इलाके में साइबर ठगी का भी मामला दर्ज हुआ था। वह इन मामलों में जेल की सजा भी भुगत चुका है। विक्रम कुमार मंडल के खिलाफ देवघर के करौं थाना में 2017 में व मुंबई में साइबर ठगी के मामले दर्ज हो चुके हैं। वहीं, प्रीतम मंडल के खिलाफ धनबाद के साइबर थाने में 2023 में केस दर्ज हुआ और करमाटांड़ पुलिस का भी वह आरोपित रह चुका है। जबकि सुशील मंडल के खिलाफ करमाटांड़, करौं और जामताड़ा साइबर थाने में मामला दर्ज है। वह चौथी बार किसी अपराधिक मामले में पुलिस के हत्थे चढ़ा है। एसपी ने इन आरोपितों के खिलाफ इनके क्राइम रिकार्ड को देखते हुए सीसीए की कार्रवाई की भी अनुशंसा की है।
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