पटना : सीतामढ़ी और गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत की घटना ने एक बार फिर से बिहार में जारी शराबबंदी की पोल खोल दी है। इस पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस बात का अहंकार हो गया है कि हम यहां से हट ही नहीं सकते। जनता द्वारा आपको चुना गया है। जनता ने ही आपको मुख्यमंत्री बनाया है लेकिन इतने लोगों की मृत्यु हो गयी, परिवार उजड़ गये और आप कहते हैं कि जिलाधिकारी को निर्देश दिया है।
यह आदमी कहता था- जो पियेगा वह मरेगा : प्रशांत किशोर
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि बीते दिनों छपरा में जहरीली शराब पीने से 70 लोगों की मौत हो गई थी और ये आदमी पॉकेट में हाथ डालकर कहता था कि जो पियेगा वो मरेगा। ऐसे आदमी को बिहार के लोग अगर वोट देते हैं, तो गलती नीतीश कुमार की नहीं है बिहार की जनता की है। आपके बच्चों का निवाला छीन लिया है, जिन बच्चों की जिसने पढ़ाई की व्यवस्था भंग करके अनपढ़ बना दिया, बच्चों को जिसने मजदूर बना दिया उस आदमी को आप जाकर वोट देते हैं, तो आपसे बड़ा गुनाहगार कौन है? जनता सबसे बड़ी गुनाहगार है। नेता तो अपनी कुर्सी के लिए वोट मांग रहा है, जनता की क्या मजबूरी है?
बिहार में अनपढ़ बनाने की चल रही योजना
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में अनपढ़ बनाने की योजना चल रही है। शिक्षा से इनकों कोई लेना देना नहीं है। इसमें सबसे बड़ी दुखद बात ये है कि बिहार धरती में मात्र ऐसा राज्य है, जहां 10 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो जाए और राज्य का मुखिया नीतीश कुमार इतना अहंकारी है कि देखने तक नहीं गये। ये अहंकार क्यों है? क्योंकि ये आदमी जानता है कि वोट आप किसी को दीजिए मुख्यमंत्री तो मुझे ही बनना है। फेविकोल लगाकर कुर्सी पर बैठ गया है। चाहे भाजपा को वोट दीजिए, लालटेन को दीजिए, नीतीश को दीजिए या फिर कांग्रेस को वोट दीजिए हर बार मुख्यमंत्री यही आदमी बन जाता है।