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कॉल कर सीमेंट मंगवाया, बोला ऑनलाइन करूंगा पेमेंट, क्यूआर कोड शेयर करते ही खाते से 50000 गायब

by Rakesh Pandey
क्यूआर कोड शेयर करते ही खाते से 50000 गायब
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करमाटांड़(जामताड़ा): करमाटांड़ के सीमेंट कारोबारी से तकरीबन 50000 रुपये की साइबर ठगी हो गई। खरीदार ने करमाटांड़ बाजार स्थित बाबा हार्ड वेयर के मालिक को काल किया 50 बोरी सीमेंट चाहिए। आर्डर लिखकर माल विद्यासागर रेलवे स्टेशन के पास भिजवा दें। फ्राड ने काल कर यह भी बताया कि कुछ देर में आकर वह गाड़ी के ड्राइवर को पेमेंट कर देेंगे। स्टेशन पर पहले से ही काम चल रहा था, ऐसे में दुकान के मालिक संजीत साह को संदेह भी नहीं हुआ।

उन्होंने गाड़ी पर 50 बोरी सीमेंट लोड करवाकर स्टेशन के पास भिजवा दिया। लेकिन वहां पहुंचकर काल करने पर फ्राड ने बताया कि आने में विलंब होगा इसलिए आनलाइन पेमेंट करता हूं। क्यूआर कोड शेयर कर दें। वह फ्राड के झांसे में आ गए और बारी-बारी कर उनके अकाउंट से तकरीबन 50000 रुपये गायब हो गए।
बाद में दुकान के मालिक संजीत साह को यकीन हो गया कि उनके साथ साइबर फ्राड हो चुका है। उन्होंने मामले की सूचना करमाटांड़ थाने को दी है। करामटांड़ पुलिस केस दर्ज कर मामले की पड़ताल कर रही है।

मौके पर काल करने वाला ठेकेदार मिला और ना ही कोई और:-

संजीत साह ने बताया कि दोपहर के समय 852148320 नंबर से उनके मोबाइल नंबर 91991 83757 पर एक काल आया। जिसमें उन्होंने 50 बोरी सीमेंट विद्यासागर रेलवे स्टेशन पर भेजने को कहा। काल करने वाले ने बताया कि वहां पर इन दिनों काम भी चल रहा है, मलिक के द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने कहां कि सीमेंट भेजिए, पैसा वहां पर ड्राइवर को दे दिया जाएगा। उन्हाेंने अपनी गाड़ी पर सीमेंट लोड करवाकर विद्यासागर स्टेशन पर चल रहे काम की साइड पर भेजा। इसके बाद 852148320 पर उन्होंने काल किया तो सामने से बताया गया कि उनके आने में विलंब होगा।

यदि आपके पास फोन-पे या गूगल-पे जैसा यूपीआई है तो भेजिए, तुरंत आपके पैसे ट्रांसफर हो जाएंगे। दुकान के मालिक ने कहा कि आपको पहचानता ही नहीं तो आपके किस नंबर पर यूपीआई का क्यूआर भेजूं। फ्राड ने तुरंत वाट्स-एप नंबर 7257 830524 से उन्हें इंडियन आर्मी के नंबर से वाट्स-एप काल किया और वाट्स-एप पर ही अपना आधार कार्ड और पैन कार्ड भी भेज दिया। बताया कि वह ठेकेदारी काम कर रहे हैं और आप पैसों के लिए टेंशन ना लें। उसके बाद उन्होंने अपना क्यूआर कोड भेज और कहा कि एक रुपये डालकर कंफर्म करें।

इसपर उसने एक रुपये भी भेज दिए। फ्राड ने तुरंत दो रुपये उनके अकांउट पर क्रेडिट कर दिए। इसके बाद फिर उन्होंने क्यूआर कोड भेजा और कहा कि अपना यूपीआई फोन पर से कैमरे को आन करें और जो क्यूआर कोड आ रहा है उसपर 18249 लिखें। ऐसा करते ही उनके अकाउंट से 18249 कट गए। फिर बारी-बारी कर उनके खाते से पैसे कटते चले गए। बाद में जब दुकानदार ने फ्राड को काल किया तो उधर से धमकी मिली कि बैंक और थाना करोगा तो पैसा वापस नहीं करेंगे। इसके बाद उन्होंने बैंक और थाने में जाकर मामले की सूचना दी।

आरोपित ने उनके वाट्स-एप नंबर से पैन कार्ड भेजा है, जिसमें रोशन कुमार सिंह लिखा हुआ है। साथ ही फ्राड ने अपनी कैंटीन का स्मार्ट कार्ड रोशन कुमार सिंह के नाम का भेजा है और भारतीय थल सेना का आइडेंटी कार्ड भी भेजा है।

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