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Disha Salian case: आदित्य ठाकरे का बीजेपी को जवाब ‘मैं अदालत में जवाब दूंगा’

पिछले 5 सालों से मेरी छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही हैं। अगर मामला कोर्ट में है, तो मैं कोर्ट में जवाब दूंगा।

by Reeta Rai Sagar
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मुंबईः दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व प्रबंधक दिशा सालियान का मामला फिर से सुर्खियों में हैं। उनके पिता सतीश सालीयन ने बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया है, जिसमें उन्होंने अपनी बेटी की मौत की नई जांच की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे के खिलाफ FIR दर्ज करने की भी मांग की है। इस पर आदित्य ठाकरे ने भी प्रतिक्रिया दी है और कहा, “मैं कोर्ट में इसका जवाब दूंगा।”

यह मामला गुरुवार को महाराष्ट्र विधानसभा में पहुंचा, जहां भाजपा विधायक अमित सतम ने दिशा सालीयन केस को उठाया और उनके पिता द्वारा लगाए गए आरोपों को उजागर किया, जिसमें उन्होंने महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार के संभावित संलिप्तता का जिक्र किया।

दिशा सालीयन की मौत
दिशा सालीयन, जो कि 28 साल की थीं और सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर थीं। उनकी 8 जून 2020 को मुंबई के मलाड क्षेत्र स्थित एक आवासीय इमारत की 14वीं मंजिल से गिरकर मौत हो गईं। मुंबई पुलिस ने शुरुआत में इस घटना को एक दुर्घटना मानते हुए एक एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट (ADR) दर्ज की थी।

दिशा सालीयन के पिता का आरोप
दिशा के पिता, सतीश सालीयन ने बॉम्बे हाई कोर्ट में अपनी बेटी की मौत की नई जांच की मांग की है। सालीयन का आरोप है कि दिशा के साथ बर्बरता से बलात्कार किया गया और उनकी हत्या की गई और यह भी कि प्रभावशाली व्यक्तियों को बचाने के लिए एक राजनीतिक साजिश के तहत इस मामले को दबा दिया गया। सतीश सालीयन ने शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे के खिलाफ FIR दर्ज करने की और मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपने की मांग की है।

यह मामला इसलिए भी सुर्खियों में है क्योंकि दिशा की मौत और सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बीच महज छह दिन का अंतर था। सुशांत सिंह राजपूत 14 जून 2020 को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने आवास पर मृत पाए गए थे, जहां उनका शव पंखे से लटकता हुआ मिला था और वहां कोई सुसाइड नोट नहीं था।

‘मैं कोर्ट में जवाब दूंगा’
आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया कि देवेंद्र फडणवीस सरकार उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है और कहा कि वह इस मामले का जवाब कोर्ट में देंगे। उन्होंने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, पिछले 5 सालों से मेरी छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही हैं। अगर मामला कोर्ट में है, तो मैं कोर्ट में जवाब दूंगा। मेरा संघर्ष देश की बेहतरी के लिए जारी रहेगा।

वहीं, शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने महायुति सरकार पर दिशा सालीयन केस को बढ़ावा देने का आरोप लगाया, ताकि नागपुर हिंसा के लिए अपनी जिम्मेदारी से बचा जा सके। राउत ने कहा, मैंने पुलिस जांच को देखा है, यह एक दुर्घटना थी, हत्या नहीं… उसके पिता ने इस मामले में पांच साल बाद याचिका दायर की है। पूरे राज्य को इस याचिका के पीछे की राजनीति का पता है। ये लोग औरंगजेब मुद्दे पर राजनीति नहीं कर पाए, इसलिए अब दिशा सालीयन केस को हवा दे रहे हैं।

महायुति का प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र मंत्री नितेश राणे ने कहा, हमारे भाजपा विधायक अमित सतम ने इस मुद्दे को उठाया और दिशा सालीयन के पिता द्वारा दायर किए गए हलफनामे में नामित तीन व्यक्तियों की जांच की मांग की।
परिषद में, शिवसेना सांसद मिलिंद देवरा ने कहा, यह बहुत गंभीर और चिंताजनक मामला है। परिवार के सदस्यों को विश्वास दिलाने के लिए मुझे लगता है कि कानूनी प्रक्रिया को जल्दी से जल्दी पूरा किया जाना चाहिए। मुझे यकीन है कि राज्य सरकार, एजेंसियां और न्यायिक प्रणाली परिवार के सदस्यों को न्याय जल्द ही देंगे।

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