सेंट्रल डेस्क, नई दिल्ली/ Earthquake : पूरा देश पूरे दिन राममय रहा। उधर, इसी 22 जनवरी, 2024 यानि सोमवार रात 11:39 बजे दिल्ली-एनसीआर सहित भारत के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र जमीन से 80 किलोमीटर की गहराई में था। दरअसल, चीन के दक्षिणी शिंजियांग क्षेत्र में 7.2 तीव्रता का भूकंप आया। इसी भूकंप के झटके भारत के विभिन्न क्षेत्रों में महसूस किए गए।
Earthquake: करीब 10 सेकंड तक महसूस किए गए झटके
दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके करीब 10 सेकंड तक महसूस किए गए है। वही पर्वतीय राज्य जम्मू-कश्मीर में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए है। जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में कटरा के समीप रिक्टर स्केल पर 4.2 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस किए गए। ठंड के मौसम में भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत और डर का महौल फैल गया, कई लोग अपने घरों से बाहर निकलकर खुले इलाकों में चले गए ताकि सुरक्षित रहें।
Earthquake: चीन में भूकंप का मुख्य केंद्र
चीन के दक्षिणी शिंजियांग क्षेत्र में आए भूकंप का मुख्य केंद्र अक्सू प्रान्त में वुशू काउंटी था। भूकंप के झटकों से इस क्षेत्र में कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचा है, लेकिन अभी तक किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं आई है। भूकंप के बाद चीन में कई बार आफ्टर शॉक्स भी महसूस किए जा रहे थे। इन आफ्टर शॉक्स की तीव्रता 4.5 तक मापी गई है।
क्यों आता है भूकंप
Earthquake: भूकंप पृथ्वी की सतह के नीचे दो टेक्टोनिक प्लेटों के आपस में टकरा जाने से होता है। जब ये प्लेटें आपस में टकरती हैं, तो पृथ्वी की सतह हिलने लगती है। जिस स्थान पर भूकंप आता है, उस स्थान को भूकंप का केंद्र कहा जाता है। चीन में आए भूकंप का कारण भी दो टेक्टोनिक प्लेटों के आपस में टकरा जाना माना जा रहा है। इस क्षेत्र में हिमालय पर्वत श्रृंखला है, जो दो टेक्टोनिक प्लेटों के मिलन से बनी है। इन प्लेटों के आपस में टकरा जाने से भूकंप आने की संभावना बनी रहती है।
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