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Economic Survey: बजट से पहले पेश किया जाने वाला आर्थिक सर्वेक्षण क्या है, जानिए डिटेल्स में

by Rakesh Pandey
Economic Survey
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स्पेशल डेस्क। Economic Survey: क्या आपको पता है बजट तैयार करने से पहले एक आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey)  होता है? Economic Survey क्या है? इसके उद्देश्य क्या हैं? दरअसल, आर्थिक सर्वेक्षण एक वार्षिक रिपोर्ट है जो भारत सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष के अंत में तैयार की जाती है। यह रिपोर्ट पिछले एक साल में देश की आर्थिक स्थिति का लेखा-जोखा देती है। आर्थिक सर्वेक्षण में अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कृषि, उद्योग, वित्त, और सेवाओं की स्थिति का विश्लेषण किया जाता है।

आर्थिक सर्वेक्षण क्या है?

बजट से पहले पेश किया जाने वाला आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) भारत सरकार द्वारा तैयार किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। इसमें सरकार या वित्त मंत्रालय द्वारा आर्थिक स्थिति का मूल्यांकन किया जाता है। यह सर्वेक्षण आमतौर पर बजट तैयार करने के पूर्व ही किया जाता है, ताकि सरकार बजट में आवश्यक निर्णय और योजनाएं ले सके। यह रिपोर्ट पिछले एक साल में देश की आर्थिक स्थिति का लेखा-जोखा देती है। आर्थिक सर्वेक्षण में अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कृषि, उद्योग, वित्त, और सेवाओं की स्थिति का विश्लेषण किया जाता है।

दरअसल, बजट से पूर्व किए जानेवाले Economic Survey का मुख्य उद्देश्य सरकार को आगामी बजट को तैयार करने में मदद करना है। आर्थिक सर्वेक्षण में दी गई जानकारी सरकार को यह समझने में मदद करती है कि अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति क्या है, और उसे भविष्य में किस तरह से बढ़ावा दिया जा सकता है।

Economic Survey की प्रमुख विशेषताएं

-आर्थिक सर्वेक्षण एक विस्तृत रिपोर्ट होती है, जिसमें 500 से अधिक पृष्ठ होते हैं।

-आर्थिक सर्वेक्षण को दो खंडों में विभाजित किया जाता है। पहला खंड देश की आर्थिक स्थिति का लेखा-जोखा देता है। दूसरा खंड विभिन्न आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करता है।

-आर्थिक सर्वेक्षण को वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग द्वारा तैयार किया जाता है।

 

2022-23 का आर्थिक सर्वेक्षण:

2022-23 का आर्थिक सर्वेक्षण 28 जनवरी, 2023 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया था। इस सर्वेक्षण में कहा गया है कि भारत की अर्थव्यवस्था 2022-23 में 8.7% की दर से बढ़ेगी। यह पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 5.4% अधिक है।

Economic Survey: 7.5 प्रतिशत रहेगी अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर

सर्वेक्षण में कहा गया है कि कृषि क्षेत्र में अच्छी फसलों के कारण उत्पादन में वृद्धि हुई है। उद्योग क्षेत्र में भी मांग में वृद्धि हुई है। सेवा क्षेत्र में भी मजबूत वृद्धि देखी गई है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि भारत की अर्थव्यवस्था 2023-24 में भी मजबूत वृद्धि करेगी। इस वित्तीय वर्ष में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.5% रहने का अनुमान है।

 

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आर्थिक सर्वेक्षण का महत्व

आर्थिक सर्वेक्षण  (Economic Survey) एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो भारत की आर्थिक स्थिति का एक व्यापक और विस्तृत दृष्टिकोण प्रदान करता है। यह रिपोर्ट सरकार, व्यवसायों, और निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है।

वर्तमान स्थिति के आकलन में मिलती है मदद

सरकार के लिए, आर्थिक सर्वेक्षण आगामी बजट को तैयार करने में मदद करता है। यह रिपोर्ट सरकार को यह समझने में मदद करती है कि अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति क्या है, और उसे भविष्य में किस तरह से बढ़ावा दिया जा सकता है। व्यवसायों के लिए, आर्थिक सर्वेक्षण बाजार की संभावनाओं और चुनौतियों का आकलन करने में मदद करता है।

निवेशकों के लिए भी मददगार है Economic Survey

यह रिपोर्ट व्यवसायों को यह निर्णय लेने में मदद करती है कि उन्हें अपने उत्पादों और सेवाओं में किस तरह से निवेश करना चाहिए। निवेशकों के लिए, आर्थिक सर्वेक्षण भारत में निवेश के अवसरों का मूल्यांकन करने में मदद करता है। यह रिपोर्ट निवेशकों को यह निर्णय लेने में मदद करती है कि उन्हें भारत में किस तरह के निवेश करना चाहिए।

 

 

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