Home » ED Arrests Naresh Goyal:जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल 538 करोड़ के धोखाधड़ी मामले में हुए गिरफ्तार

ED Arrests Naresh Goyal:जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल 538 करोड़ के धोखाधड़ी मामले में हुए गिरफ्तार

by Rakesh Pandey
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बैंक धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को गिरफ्तार कर लिया है। गोयल को शनिवार को मुंबई की विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया जाएगा और ईडी उनकी हिरासत की मांग करेगी। नरेश पर केनरा बैंक से 538 करोड़ रुपये की कथित बैंक धोखाधड़ी करने का आरोप है । उन्हें ईडी ने शुक्रवार को मुंबई स्थित केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। लंबी पूछताछ के बाद इडी ने उन्हें धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत हिरासत में लिया गया था।

जानिए क्या है पूरा मामला:

जेट एयरवेज के प्रमुख रहे नरेश गोयल, उनकी पत्नी अनीता गोयल और कंपनी के कुछ पूर्व अधिकारियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला केनरा बैंक से 538 करोड़ रुपये के कथित धोखाधड़ी से जुड़ा है। बैंक ने सीबीआई को शिकायत की थी कि उसने जेट एयरवेज लिमिटेड (जेएएल) को 848.86 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था, जिसमें से 538.62 करोड़ रुपये अब भी बकाया हैं। इस खाते को 29 जुलाई, 2021 को फ्रॉड घोषित कर दिया गया था। इसके बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने केनरा बैंक की शिकायत पर गोयल दंपती और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। ईडी ने मामले की जांच सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर शुरू की थी।

जेट का पैसा बाहर भेजने का है आरोप:

बैंक की ओर से शिकायत में कहा गया कि कंपनी की फोरेंसिक ऑडिट से पता चला कि गोयल ने अपनी अन्य कंपनियों को 1410.41 करोड़ रुपये कमीशन के रूप में भुगतान किया और जेट का पैसा बाहर भेजा। सहयोगी कंपनियों को कर्ज और अन्य निवेश के जरिये भी भुगतान किया गया।

धन की हेराफेरी का आरोप

यह आरोप भी है:

:: गोयल परिवार के कर्मचारियों के वेतन, फोन बिल और वाहन खर्च जैसे निजी खर्चों का भुगतान कंपनी द्वारा किया गया।
:: जेट लाइट (इंडिया) लिमिटेड (जेएलएल) के जरिये अग्रिम भुगतान और निवेश के माध्यम से धन की हेराफेरी की गई और बाद में प्रावधान करके उसे बट्टे खाते में डाल दिया गया।
:: जेआईएल ने अपनी सहायक कंपनी जेएलएल के लिए ऋण और निवेश के रूप में धन का उपयोग किया।

ईडी ने जुलाई में की थी छापेमारी:

विदित हो कि ईडी ने जुलाई में जेट एयरवेज के पूर्व प्रमोटर नरेश गोयल और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान भारतीय और विदेशी मुद्रा जब्त की है गई है। तब ईडी की ओर से कहा गया था कि उसने एक करोड़ रुपये से अधिक की बैंक जमा राशि भी जब्त की है।

READ ALSO : एसयूवी के दम पर घरेलू वाहन उद्योग ने अगस्त में की रिकॉर्ड बिक्री

गोयल ने जेट एरवेज को बनाया देश की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन कपनी:

नरेश गोयल ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर 1990 के दशक की शुरुआत में जेट एयरवेज एयरलाइन की नींव रखी थी और इसे देश की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइन बनाया। लेकिन कर्ज के बढ़ते बोझ ने उनके इस उड़ान को रोक दिया। कंपनी पर केनरा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, सिंडीकेट बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और इलाहाबाद बैंक सहित कुछ विदेशी बैंकों के 8,000 करोड़ का कर्ज चढ़ गया और लीज का किराया न चुकाने के चलते जेट एयरवेज 17 अप्रैल 2019 में ग्राउंडेड हो गई थी। इसके बाद से गोयल परिवार लगातार मुश्किलों में फंसता गया।

Related Articles