रांची। झारखंड बीते कई माह से प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी का गढ़ बनता जा रहा है। निशाने पर राजनेता से लेकर आला अधिकारी सभी हैं। इसकी शुरूआत झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले से जारी है। शुक्रवार की सुबह भी झारखंड कांग्रेस की मंत्री अंबा प्रसाद और उनके पिता योगेंद्र साव के 8 ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की।
झारखंड में ईडी की कार्रवाई रुकने का नाम नहीं ले रही। एक के बाद एक बड़े नेता, पूर्व मंत्री और वरिष्ठ अफसरों के खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं। इनके अलावा ऐसे कई अधिकारी और नेता हैं, जो ईडी की जांच के घेरे में आ चुके हैं। आइए जानते है ऐसे ही झारखंड के बड़े नेताओं और अफसरों के बारे में, जिन पर ईडी ने शिकंजा कसा है।
हेमंत सोरेन: जमीन घोटाले में कार्रवाई
झारखंड के मुख्यमंत्री, हेमंत सोरेन ईडी की कार्रवाई का सबसे बड़ा नाम रहे हैं। 2024 में जमीन घोटाले के मामले में ईडी ने उनके खिलाफ जांच शुरू की। इस केस में उनके करीबी और पूर्व प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर अवैध खनन सिंडिकेट चलाने और ₹1000 करोड़ रूपये से अधिक की अवैध कमाई का आरोप है।
मिथिलेश ठाकुर: जल जीवन मिशन में गड़बड़ियों के आरोप
पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर पर ईडी ने जल जीवन मिशन में कथित अनियमितताओं के मामले में कार्रवाई की। उनके भाई विनय ठाकुर, निजी सचिव हरेंद्र सिंह और विभागीय इंजीनियरों के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई थी।
आलमगीर आलम: मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप
पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के खिलाफ ईडी ने टेंडर कमीशन और मनी लॉन्ड्रिंग केस में कार्रवाई की। उनके निजी सचिव संजीव लाल और उनके सहायक के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई थी। उस दौरान भारी मात्रा में नकदी जब्त की गई थी। इसके बाद आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर बिरसा मुंडा जेल भेज दिया गया, जहां वे अब भी बंद हैं।
IAS मनीष रंजन: जल जीवन मिशन घोटाले में नाम
मनीष रंजन, एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी, जल जीवन मिशन और ग्रामीण विकास घोटाले से जुड़े मामलों में ईडी की जांच के दायरे में हैं। उनके ठिकानों पर भी दबिश दी गई थी।
छवि रंजन: सेना की जमीन खरीद-फरोख्त मामले में गिरफ्तारी
छवि रंजन, पूर्व उपायुक्त, रांची के बरियातू में सेना की 4.55 एकड़ जमीन की अवैध बिक्री के मामले में फंसे। ईडी ने उनके आवास पर छापेमारी की थी और अब वे होटवार जेल में बंद हैं।
पूजा सिंघल: मनरेगा घोटाले में नामजद
पूजा सिंघल, एक अन्य आईएएस अधिकारी, पर भी ईडी ने मनरेगा घोटाले में कार्रवाई की है। उन पर करोड़ों की हेराफेरी के गंभीर आरोप हैं।
अंबा प्रसाद: एक बार फिर ईडी के निशाने पर
अंबा प्रसाद, झारखंड की पूर्व विधायक, मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी के रडार पर हैं। शुक्रवार तड़के उनके आवास समेत कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की। इससे पहले भी उनके खिलाफ कई जांच चल रही हैं। उनके पिता योगेंद्र साव पर भी इसी मामले में कार्रवाई हो चुकी है।
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