हेल्थ डेस्क, जमशेदपुर : झारखंड के जमशेदपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसे देख डॉक्टर भी हैरान हैं। इलाज करने वाले चिकित्सकों का
कहना है कि उनके जीवन में पहली बार इस तरह के मामला सामने आया है। दरअसल, 10 साल के एक बच्चे की किडनी का आकार लगभग छह गुना बड़ा पाया गया है। हालांकि, इस बच्चे की जान बचा ली गई लेकिन इस दौरान चिकित्सकों को काफी मशक्कत करना पड़ा। उस बच्चे की एक किडनी ऑपरेशन कर बाहर निकाल दी गई है। ताकि आगे वह स्वस्थ जिंदगी जी सकें।
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क्या है मामला
बहरागोड़ा निवासी निर्मल बेरा के 10 वर्षीय पुत्र प्रतीक बेरा को बीते कई वर्षों से पेट दर्द की शिकायत होती थी। इसके बाद उनके परिजन दवा दुकान से खुद ही दवा खरीद कर खिला देते थे। वहीं, कभी-कभार ग्रामीण चिकित्सक से भी दिखाकर दवा ले लेते थे। इस तरह से बिना-जांच पड़ताल किए बच्चे का इलाज चलते रहा और बीमारी बढ़ते गई। इस दौरान बच्चे का उम्र जब नौ साल हुआ तो उसकी परेशानी बढ़ गई। पेट दर्द के साथ-साथ पेशाब में जलन सहित अन्य परेशानी होने लगी। इसके बाद वे एक निजी नर्सिंग होम में गया तो डाक्टर ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया।
जांच में पकड़ी गई बीमारी
इसके बाद मरीज के परिजन उसे लेकर कटक चले गए। वहां पर जांच हुई तो बीमारी पकड़ में आई। चिकित्सकों ने बताया कि बच्चे के किडनी में ट्यूमर है और किडनी भी खराब हो गया है। इसके साथ ही किडनी का आकार भी काफी बड़ा है, जिसे ऑपरेशन कर बाहर निकालना होगा। इसपर लगभग डेढ़ लाख रुपये का खर्च आएगा। इसे सुनकर परिजन रोने लगे। कहा कि वे मजदूरी का कार्य करते हैं। इतना पैसा कहां से लाएंगे। इसके बाद मरीज को वापस लेकर चले आएं।
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डॉ. नागेंद्र सिंह ने मुफ्त सर्जरी कर बचाई जान
वापस घर आने के बाद मरीज व उसके परिजन को कुछ सूझ नहीं रहा था। इसी बीच गांव के एक व्यक्ति ने कहा कि परेशान नहीं हो। तुम एक बार डिमना रोड स्थित गंगा मेमोरियल हॉस्पिटल जाओ। वहां डॉ. नागेंद्र सिंह से दिखाओ। अगर, वहां इलाज संभव होगा तो डॉक्टर साहब फ्री में भी इलाज कर देंगे। उनकी बातों पर भरोसा कर मरीज व उनके परिजन भागे-भागे डॉ. नागेंद्र सिंह के यहां पहुंचे और यथास्थिति से अवगत कराया। इस दौरान डॉ. नागेंद्र सिंह ने मरीज के परिजनों से पूछा कि आप क्या करते हैं। परिजनों ने कहा कि मजदूरी का कार्य करते हैं। इतना पैसा कहां से लाएंगे। इसे देख डॉ. नागेंद्र सिंह ने कहा-आप पैसा का चिंता नहीं कीजिए। मरीज का इलाज बिल्कुल मुफ्त होगा और वह ठीक होकर वापस घर भी जाएगा। अब मरीज का इलाज हो चुका है और वह स्वस्थ होकर घर भी चले गया है।
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ऑपरेशन नहीं होने से फट जाती किडनी
ऑपरेशन करने वाले डॉ. नागेंद्र सिंह ने कहा कि अगर, बच्चे का तत्काल ऑपरेशन नहीं होता तो उसका किडनी फट जाता और पूरे शरीर में जहर फैल जाता। इससे बच्चे की मौत तक हो जाती है। चूंकि, बच्चे का किडनी का आकार बढ़कर छह गुना बड़ा हो गया था। मेरे जीवन में इस तरह का यह पहला मामला है। जहां तक पैसा की बात है तो अगर पैसा देखा जाता तो मरीज की जान नहीं बचती। पैसा की वजह से वह बिना इलाज कराएं ही कटक से लौट आया। ऐसे परिस्थिति में मरीज की
जान बचाना मेरे लिए प्राथमिकता था।
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बच्चे के पेट में किडनी बढ़ना, दुर्लभ बीमारी है
डॉ. नागेंद्र सिंह ने कहा कि 10 साल के बच्चे में इस तरह के मामला चौंकाने वाला है। यह दुर्लभ बीमारी है। अभी तक इसका न तो कोई कारण और न ही बीमारी का नाम स्पष्ट है। हो सकता है बच्चे को जन्म से ही यह बीमारी हो लेकिन उसपर ध्यान नहीं दिया गया, जिसके कारण किडनी का आकार बढ़ते गया।
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