नई दिल्ली : साउथ डिस्ट्रिक्ट की स्पेशल स्टाफ पुलिस ने एक बड़े ठगी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये लोग मनोरंजन बैंक ऑफ इंडिया के नकली नोटों के जरिए लोगों को ठगने का काम करते थे। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान निखिल (24), प्रिंस पाल (20), परवेज (43) और असगर (39) उत्तर प्रदेश और मुंबई के रहने वाले हैं। इनके कब्जे से 1.25 करोड़ के नकली नोट, एक नोट गिनने की मशीन, 7.5 लाख रुपये नकद, 4.5 लाख रुपये बैंक में फ्रीज और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि 6 जुलाई को सी.आर. पार्क थाने में एक शिकायत दर्ज की गई। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह संपत्ति खरीदने के लिए 40 लाख रुपये का इंतजाम कर रहा था। 4 जुलाई को चित्तरंजन पार्क में कुछ लोगों ने उसे बैंक में जमा राशि को नकद में बदलने का लालच दिया। आरोपियों ने उसे नकदी दिखाई और नोट गिनने की मशीन से गिनती करवाकर विश्वास जीता। शिकायतकर्ता ने ऑनलाइन 40 लाख रुपये ट्रांसफर किए, लेकिन बदले में उसे नकली नोटों से भरा बैग थमा दिया गया। बाद में पता चला कि नोट मनोरंजन बैंक ऑफ इंडिया के थे। इस आधार पर सी.आर. पार्क थाने में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर गिरीश चंद्र की अगुवाई में एक टीम गठित की। टीम ने सीसीटीवी फुटेज, बैंक लेनदेन और व्हाट्सएप कॉल्स का विश्लेषण किया। 9 जुलाई को सैदुलाजब में छापेमारी कर तीन आरोपियों को पकड़ा गया, और अगले दिन असगर खान को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि ये गिरोह लंबे समय से दिल्ली में ठगी कर रहा था।
आरोपी किराए के फ्लैट में नकली नोटों का जाल बिछाते थे। असली नोटों की गिनती कर विश्वास जीतने के बाद, वे छिपे हुए कमरे में नकली नोटों से बैग भर देते थे। पुलिस अब अन्य संलिप्त लोगों की तलाश कर रही है। आरोपियों को ठगी का यह तरीका बिहार के नसीम ने सिखाया था।
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