नई दिल्ली : Former Bangladesh PM Sheikh Hasina : बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने 5 अगस्त को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देते हुए देश छोड़ कर भारत में रह रही हैं। ऐसे में करीब 9 दिन बाद उनका पहला बयान आया है। उन्होंने कहा, ‘जिन बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के नेतृत्व में देश ने आजादी हासिल की थी, उनका अपमान बांग्लादेश में किया गया है। मैं देश वासियों से न्याय की मांग करती हूं।’
शेख हसीना का यह बयान सोशल मीडिया पर पोस्ट हुआ है। इसमें हसीना ने कहा कि आंदोलन के नाम पर बर्बरता हुई है। इस आगजनी और हिंसा में कई नई जिंदगियां खो चुकी हैं। मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती हूं और उनके प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं।
ज्ञात हो कि 15 अगस्त 1975 को शेख हसीना के पिता और तत्कालीन राष्ट्रपति शेख मुजीबुर्रहमान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कहा जा रहा है कि इसके जरिए शेख हसीना ने इमोशनल कार्ड खेला है। क्योंकि अभी भी बांग्लादेश में कई ऐसे लोग हैं जो छात्र आंदोलन में शेख मुजीबुर्रहमान की प्रतिमा तोड़े जाने से नाराज हैं। ऐसे ही लोगों को शेख हसीना ने अपने बयान से साधने की कोशिश की है। उनका यह बयान उसी दिन आया है, जिस दिन शेख हसीना पर देश में हत्या का चार्ज लगाया गया है।
Former Bangladesh PM Sheikh Hasina : हसीना ने कहा था- अमेरिका बांग्लादेश से सेंट मार्टिन द्वीप मांग रहा है
मालूम हो कि इससे पहले शेख हसीना ने एक पत्र लिख कर यह दावा किया था कि अमेरिका को सेंट मार्टिन द्वीप न देने की वजह से उनकी सरकार गिराई गई है। हसीना ने अपने करीबी सहयोगियों से कहा, ‘मैं कट्टरपंथियों की हिंसा में मरने वालों की संख्या को बढ़ने नहीं देना चाहती थी। लेकिन कुछ बाहरी देशों की वजह से यह सब हुआ’।
Former Bangladesh PM Sheikh Hasina : 5 अगस्त से भारत में हैं हसीना
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना 5 अगस्त को बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन के बाद देश छोड़ कर ढाका से अगरतला के रास्ते भारत आ गयी थीं। तब से वे यहीं पर रह रही हैं। इस बीच बांग्लादेश में अंतिरम सरकार का गठन हो गया और सरकार के चीफ एडवाइजर के तौर पर नोबेल पुरस्कार प्राप्त मोहम्मद यूनुस को नियुक्त किया है। नई सरकार ने काम करना भी शुरू कर दिया है। इसी बीच शेख हसीना का बयान सामने आया है।
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