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करमाटांड़ व नारायणपुर से चार साइबर ठग धराए

by Rakesh Pandey
Deoghar Cyber Thag
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जामताड़ा : जामताड़ा साइबार थाना की पुलिस से गुरुवार को करमाटांड़ व नारायणपुर थाना क्षेत्र में चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इसमें नारायणपुर थाना क्षेत्र के लोकनियां गांव निवासी 27 वर्षीय सूरज दास, खरकोकुंडी निवासी 31 वर्षीय राजेश रंजप रजक, करमाटांड़ थाना क्षेत्र के बारादाहा निवासी 25 वर्षीय फारूख अंसारी है। इसके अलावा देवघर जिले के पाथरोल थाना क्षेत्र के रांगा सिरसा निवासी 19 वर्षीय मोहन रजक है। इस लोगों ने तीन महीने से साइबर ठगी के धंधे से जुड़ने की बात स्वीकार की है। इनलोगों के पास से 14 माबाइल, 28 सिम कार्ड, चार एटीएम कार्ड और दो पासबुक जब्त किए गए है। यह जानकरी गुरुवार को पुलिस अधीक्षक अनिमेष नैथानी ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में दी।

करमाटांड़ व नारायणपुर से चार साइबर ठग धराए

एसपी ने बताया कि लोकनियां, खरकोकुंडी और बारादहा में छापेमारी कर सभी को पकड़ा है। इनलोगों की हिंदी अच्छी है। इसकारण राजस्थान, मध्यप्रदेश के लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे। पकड़ने के दौरान सभी आंध्रप्रदेश के लोगों से ठगी का खेल चल रहा था। आंध्र की भाषा वहां काम करने और दोस्तों के माध्यम से सीखी है। इन लोगों के आपराधिक इतिहास के बारे में पता लगा रहे हैं। इस मौके पर साइबर डीएसपी मंजरूल होदा, थाना प्रभारी मनोज कुमार, अजय पंजिकार आदि थे।

यह है ठगने का तरीका ::
एसपी बताया कि केवाइसी अपडेट के नाम पर बैंक विवरण व कार्ड बंद ना होने के नाम पर गोपनीय नंबर ले लेते हैं। इसके अलावा ईकामर्स, कंपनियों, ईपेंमेंट, उपभोक्ता सामग्री प्राप्त कर तथा मोबाइल पर क्वीक सपोर्ट, अनी डेस्क जैसे मोबाइल शेयरिंग एप के माध्यम से ठगी कर रहे हैं।

साइबर थाना में होगी पुलिस बल की तैनाती, महिला थाना भी जुड़ेगा ::
एसपी ने बताया कि बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए साइबर थाना में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती जाएगी। इसे महिला थाना से भी जोड़ा जाएगा। पुलिस मुख्यालय का निर्देश है कि अपराध पर लगाने को हर काम किया जाए। इसके अलावा साइबर अपराधियों को सहयोग करने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। व्यक्ति चाहे उसे भगाने, पुलिस कार्रवाई में रुकावट डालने, साक्ष्य छुपाने में सहयोग किया हो।

एक व्यक्ति प्रति महीने कर रहा चार से पांच लाख की ठगी
एसपी ने बताया कि इन लोगों ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार किया है। तीन महीने से ठगी के धंधे से जुड़ा है। इस दौरान इनलोगों प्रत्येक महीने चार से पांच लाख रुपये की ठगी कर रहा था। इसे अपना आय का स्रोत बना लिया था। इनके बैंक खाते और संपत्ति की जांच कराई जाएगी। साथ ही पता लगाया जाएगा कि अब तक कितने की ठगी की है।

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