गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में गगहा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जाली नोट गिरोह के सरगना विक्रम जायसवाल को रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज था और वह पिछले चार माह से फरार चल रहा था। हाल ही में उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब गिरोह के अन्य फरार सदस्यों की तलाश में जुट गई है।
क्या है पूरा मामला?
गगहा थाना क्षेत्र के गड़ही गांव निवासी विक्रम जायसवाल नकली नोटों के एक संगठित गिरोह से जुड़ा हुआ था। उसके खिलाफ पहले से ही गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज था।
इस गिरोह का भंडाफोड़ गगहा पुलिस ने 23 अगस्त 2024 को किया था। उस समय पुलिस ने वाराणसी की पूर्व विधायक धनेश्वरी देवी के पौत्र राहुल सिंह, उसके बेटे अवनीश सिंह, और सहयोगी चांद मोहम्मद को गिरफ्तार किया था।
गिरोह का काम करने का तरीका
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ था कि यह गिरोह नकली नोटों की छपाई पहले से नहीं करता था, बल्कि ग्राहक की मांग के अनुसार ही उतनी मात्रा में नकली नोट तैयार करता था। उनका यह तरीका था कि वे पुलिस की निगरानी में न आएं। लेकिन गगहा पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई कर इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश कर दिया।
गैंगस्टर एक्ट में पहले ही दर्ज था केस
इस गिरोह पर 18 फरवरी 2025 को गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। एसपी दक्षिणी जितेंद्र कुमार ने बताया कि मामले की विवेचना बांसगांव थाना प्रभारी कर रहे हैं। गिरोह के तीन अन्य फरार आरोपियों पर भी इनाम घोषित किया गया है और उनकी तलाश की जा रही है।
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