जमशेदपुर : Greater Good Conclave at XLRI : एक्सएलआरआई में “एचआर फॉर द ग्रेटर गुड कॉन्कलेव” का आयोजन किया गया। इसमें मानव संसाधन प्रबंधन (एचआर) के क्षेत्र में नेतृत्वकर्ताओं एवं विशेषज्ञों को एक साथ लाकर विभिन्न संगठनों, संस्थानों एवं उद्योगों में स्थिरता, नैतिकता और कर्मचारी कल्याण को बढ़ावा देने में एचआर की भूमिका पर चर्चा की गयी। कार्यक्रम की शुरुआत एसईएलसी के बिरंची दास ने प्रज्वलित कर की। इसमें एक्सएलआरआई के निदेशक फादर एस जॉर्ज, डीन एकेडमिक्स प्रो संजय पात्रो, डीन एडमिनिस्ट्रेशन एंड फाइनांस फादर डोनाल्ड डिसिल्वा एवं कॉन्कलेव के संयोजक प्रो जतिंदर कुमार झा शामिल थे।
कार्यक्रम में प्रमुख उद्योग नेतृत्वकर्ता डॉ. जॉन माथाई, डॉ. नीरव मंदिर एवं महेश रामानुजम ने अपने विचार रखे। उन्होंने एचआर की बदलती भूमिका, उच्च प्रदर्शन कार्य प्रणालियों, कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व एवं नैतिक शासन पर गहन चर्चा की। इस दौरान एक पैनल चर्चा भी हुई, जिसमें एक्सएलआरआई के प्रोफेसरों ने एचआर की जिम्मेदारियों पर विस्तार से बात की। कॉन्क्लेव में एनटीपीसी, बीसीपीएल, ग्रिड इंडिया, सी-डैक, एलएलसी, कोल इंडिया, एनएचपीसी, एचपीसीएल, आईओसीएल, गेल, बाल्मर लॉरी, एमओआईएल और डीवीसी समेत 14 प्रमुख प्रतिष्ठानों ने हिस्सा लिया और अपनी एच नीतियों व प्रथाओं को प्रस्तुत किया।
कॉन्कलेव के दूसरे दिन की शुरुआत वृक्षारोपण से हुई, जो पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति इस कार्यक्रम की प्रतिबद्धता का प्रतीक रहा। डॉ. जॉन माथाई ने “पीएसयू में एचआर की चुनौतियों” पर प्रमुख सत्र प्रस्तुत किया। इसके अलावा, ग्रिड कंट्रोलर ऑफ इंडिया लिमिटेड, गेल इंडिया लिमिटेड, और एमओआईएल लिमिटेड ने अपनी नवीन एचआर प्रथाओं को प्रस्तुत किया। आईओसीएल, एनएचपीसी और डीवीसी ने भी अपने एचआर ढांचों में स्थिरता और कर्मचारी कल्याण को एकीकृत करने की अपनी रणनीतियों को साझा किया।
टाटा स्टील के सौरव रॉय ने “सामाजिक प्रदर्शन और प्रतिभा अनिवार्यता” पर एक इंटरएक्टिव कार्यशाला में सामाजिक प्रभाव को मापने और बढ़ाने में एचआर की भूमिका पर व्यावहारिक अंतर्दृष्टि प्रदान की। इस दिन का सबसे प्रभावी सेगमेंट एचआप निदेशकों की चर्चा थी, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के एचआर नेतृत्वकर्ताओं ने विचारों का आदान-प्रदान किया। इस चर्चा के दौरान विशेष रूप से नैतिक शासन और कर्मचारी कल्याण की संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एचआर क्षेत्र में बदलती चुनौतियों और अवसरों को उजागर किया गया।
कॉन्क्लेव का समापन पुरस्कार समारोह और सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ। इसमें उत्कृष्ट एचआर प्रथाओं के लिए प्रतिष्ठानों और प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में एक्सएलआरआई की समृद्ध धरोहर की प्रस्तुति ने इस दो दिवसीय कॉन्कलेव का जीवंत समापन रहा।
एक्सएलआरआई की ओर से बताया गया है कि इस कॉन्कलेव ने भविष्य के आयोजनों के लिए एक उच्च मानक स्थापित किया है, जिसमें यह दिखाया गया कि एचआर कैसे संगठनों और समाज में सकारात्मक परिवर्तन के लिए उत्प्रेरक बन सकता है। इस कॉन्क्लेव से मिली अंतर्दृष्टियां और चर्चाएं एचआर पेशेवरों को उनके संबंधित क्षेत्रों में “ग्रेटर गुड” को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करेंगी।
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