जमशेदपुर। विश्वविद्यालयों के बाद अब कॉलेजों की निगरानी (Monitoring of Colleges) भी राजभवन स्तर से की जाएगी। राजभवन कॉलेजों के शैक्षणिक कार्य, फंड खर्च और आधारभूत संरचना की स्थिति पर नजर रखेगा। इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश जारी किए गए हैं। राजभवन कार्यालय ने विश्वविद्यालयों से उनके अधीन आने वाले सभी कॉलेजों की तीन स्तर पर विस्तृत जानकारी मांगी है।
कॉलेजों को किन मदों में फंड दिया जाता है और वे उसे कैसे खर्च करते हैं, इसकी जानकारी भी देनी होगी। विश्वविद्यालयों को यह विवरण एक सप्ताह के भीतर भेजना है। राजभवन के आदेश के बाद कोल्हान विश्वविद्यालय ने अपने सभी अंगीभूत कॉलेजों से संबंधित जानकारी दो दिनों में उपलब्ध कराने को कहा है।
इस कवायद का उद्देश्य कॉलेजों की वर्तमान स्थिति को समझना है। साथ ही यह तय करना है कि किन बिंदुओं पर सुधार की जरूरत है और उसकी रूपरेखा कैसे तैयार की जाए।
Monitoring of Colleges :यह जानकारी देनी है
जाे जानकारी मांगी गयी है उसके तहत काॅलेज का नाम उसमें कुछ कितने भवन हैं और उसकी स्थिति क्या है। कुल नामांकित छात्राें की सख्या के साथ ही शिक्षकाें की संख्या और काॅलेज में शैक्षणिक व्यवस्था किस रूप में संचालित हाेती है इसकी जानकारी भी मांगी गयी है। इसके साथ हर साल किस काॅलेज काे कितना फंड किस रूप में जारी किया जाता है और काॅलेज उस फंड काे कैसे खर्च करता है और उसकी क्या व्यवस्था है इस सभी बिंदुओं पर जानकारी उपलब्ध उपलब्ध कराने काे कहा गया। विवि का निर्देश मिलने के बाद कई स्कूलाें ने बैठक कर संबंधित जानकारी विवि काे उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
28 काे कुलपतियाें के साथ बैठक करेंगे राज्यपाल
झारखंड के राज्यपाल 28 जुलाई काे राज्य के सभी विश्वविद्यालयाें के कुलपतियाें के साथ बैठक करेंगे। उसमें काॅलेजाें से संबंधित रिपाेर्ट ((Monitoring of Colleges) ) विवि काे उनके समक्ष प्रस्तुत करना हाेगा। इस बैठक में कैसे विश्वविद्यालयाें में सत्र समय पर संचालित करने समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा हाेगी।
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