Home » ठंड से बच्चे हो रहे वायरल से संक्रमित, झारखंड में बढ़ रहे निमोनिया के मामले

ठंड से बच्चे हो रहे वायरल से संक्रमित, झारखंड में बढ़ रहे निमोनिया के मामले

by Rakesh Pandey
झारखंड में बढ़ रहे निमोनिया के मामले
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

रांची। Viral infections: हाल के दिनों में चीन में बच्चों के संक्रमित होने और अस्पतालों में बड़ी संख्या में भर्ती होने की खबरें सामने आ रही हैं। संक्रमण का स्वरूप अलग हो सकता हे लेकिन झारखंड में भी वायरल संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस प्रकार के संक्रमण से सबसे अधिक बच्चे प्रभावित हो रहे हैं।

झारखंड में बढ़ रहे निमोनिया के मामले

दरअसल, कोरोना के बाद अब निमोनिया का संक्रमण बच्चों में बहुत तेजी से बढ़ रहा है। रांची, जमशेदपुर और धनबाद में बच्चों के संक्रमित होने के मामले बढ़ रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के शिशु रोग विशेषज्ञ बताते हैं कि सर्दी बढ़ने के साथ वायरस, बैक्टीरिया और विभिन्न प्रकार के कीटाणु तेजी से खासकर बच्चों को प्रभावित कर रहे हैं। सर्दी, खांसी व बुखार होने के बाद फेफड़ों में संक्रमण हो रहा है।

फेफड़ों का संक्रमण बढ़ने से बढ़ रहा निमोनिया का खतरा
यह फेफड़ों का संक्रमण ही बढ़ने पर निमोनिया का रूप धारण कर ले रहा है। बताया जाता है कि सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में सर्दी, खांसी से संक्रमित होनेवाले पहले जहां 30 से 40 बच्चे पहुंच रहे थे, वहीं अब इसकी संख्या 70-80 के करीब है। इस हिसाब से देखा जाए तो लगभग दोगुने बच्चे संक्रमित हो रहे हैं। इन संक्रमित होनेवाले 70-80 में से लगभग 15 बच्चे निमोनिया से पीड़ित पाए जा रहे हैं।

चीन में बच्चों में फैला है संक्रमण, भारत में अलर्ट
कोरोना महामारी समाप्त होने के बाद अब चीन में महामारी के रूप में निमोनिया का प्रसार तेजी से होने की बात सामने आई है। इसे लेकर भारत में भी सतर्कता बरती जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की ओर से हालात पर करीबी से नजर रखी जा रही है। केंद्र सरकार की ओर से विभिन्न राज्यों को अलर्ट जारी किया जा है। निमोनिया रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरूकता अभियान शुरू किया गया है।

जानें, निमोनेया के लक्षण
शिशु रोग विशेषज्ञ बताते हैं कि निमोनिया बच्चों में एक जानलेवा बीमारी है। संक्रमित बच्चों में सर्दी, खांसी के साथ यह धड़कनों को तेज कर देता है। बच्चे को सांस लेने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। साथ ही बच्चे कमजोर भी होने लगते हैं। इस तरह की समस्या बच्चों में सामनेआने पर समय रहते हुए तत्काल चिकित्सक से दिखाना चाहिए। वहीं निमोनिया को लेकर राज्य के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है। उन्हें ध्यान रखने और सतर्क रहने को कहा गया है।

निमोनिया के प्रारंभिक लक्षण
-सीने में बलगम जमा होना
-सांसों का तेज हो जाना
-कमजोरी महसूस होना
-भूख नहीं लगा
-खांसी और नाक बहना

निम्न बातों का रखे ध्यान
-संक्रमण के लक्षण लगते ही चिकित्सक से संपर्क करें
– बच्चों को ठंड से बचाएं
– शीतल पेय अथवा कोल्ड ड्रिंक से दूर रहे।
-बच्चों को बदन को पूरा ढके रखनेवाले कपड़े पहनाएं

READ ALSO : चिकित्सा के क्षेत्र में भारत को बड़ी सफलता, अब इन 13 बीमारियों का इलाज होगा कई गुना सस्ता

Related Articles