नई दिल्ली: भारतीय सरकार ने आज पुष्टि की कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में विभिन्न स्थानों पर स्थित वायु रक्षा राडारों और प्रणालियों को लक्षित किया है। यह कार्रवाई पाकिस्तान द्वारा 7-8 मई की रात भारत के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में की गई।
भारतीय वायुसेना की जवाबी कार्रवाई
भारत सरकार के अनुसार, पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात जम्मू, श्रीनगर, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तारलाई और भुज सहित कई सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया। इन हमलों को भारतीय वायुसेना की S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया गया।
इसके अतिरिक्त, भारतीय वायुसेना ने लाहौर में स्थित एक प्रमुख वायु रक्षा प्रणाली को भी निष्क्रिय किया, जिससे पाकिस्तान की वायु रक्षा क्षमता में महत्वपूर्ण कमी आई।
नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलाबारी
भारतीय सरकार ने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर कुपवाड़ा, बारामुला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी क्षेत्रों में भारी मोर्टार और आर्टिलरी से गोलाबारी की। इस गोलाबारी में 16 निर्दोष नागरिकों की जान गई, जिनमें 3 महिलाएं और 5 बच्चे शामिल हैं। भारत ने इस गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान से ऐसी कार्रवाइयों को तुरंत बंद करने की मांग की।
भारत की प्रतिबद्धता
भारतीय सशस्त्र बलों ने स्पष्ट किया है कि वे संघर्ष की बढ़ती स्थिति से बचने के लिए प्रतिबद्ध हैं, बशर्ते पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन नहीं किया जाए और सीमा पार से आतंकवाद की गतिविधियों पर नियंत्रण रखा जाए।
यह घटनाक्रम भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और संघर्ष की ओर इशारा करता है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस स्थिति में तत्काल शांति की अपील की गई है, ताकि दोनों देशों के बीच संघर्ष की संभावना को टाला जा सके।
विदेश मंत्रालय की कड़ी प्रतिक्रिया
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान की इस हरकत की निंदा करते हुए कहा है कि भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा। मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी अपील की है कि पाकिस्तान की उकसावे वाली कार्रवाइयों पर ध्यान दिया जाए।